बीकानेर का 536वां स्थापना दिवस-मुख्य समारोह आयोजित, सत्रह विभूतियां सम्मानित
अतिथियों ने कहा, 'अपणायत का शहर बीकाणा, उत्सव धर्मी हैं यहां के लोग'
बीकानेर, 22 अप्रैल। बीकानेर नगर के 536वें स्थापना दिवस का मुख्य समारोह राव बीकाजी प्रतिमा स्थल पर आयोजित किया गया। जिला प्रशासन और राव बीकाजी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला, केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित, संभागीय आयुक्त डॉक्टर नीरज के पवन, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, अतिरिक्त जिला कलेक्टर पंकज शर्मा, राव बीकाजी संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गिरजा शंकर शर्मा, महामंत्री विद्यासागर आचार्य, डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य तथा कर्नल हेम सिंह राठौड़ शेखावत बतौर अतिथि मौजूद रहे।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीकानेर प्रेम और अपनायत का शहर है। 535 वर्षों का इतिहास अपने अंदर संजोए बीकानेर कला और संस्कृति को आगे बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि राव बीकाजी के बसाए इस शहर ने आज विकास के अनेक आयामों को छुआ है। इन सबके बावजूद यहां के लोग अपनी जड़ों से जुड़े हैं तथा संस्कृति को बरकरार रखने में सफल हुए हैं।
केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बीकानेर उत्सव धर्मियों का शहर है। यहां की होली, गणगौर, आखा तीज सहित विभिन्न मिले मगरिए बीकानेर को पूरी दुनिया में विशेष पहचान दिलाते हैं। उन्होंने बीकानेर की समृद्ध साहित्य और रंग परंपरा के बारे में बताया और कहा कि आज बीकानेर सोलर के रूप में विकसित हो रहा है यह बीकानेर के लिए गर्व का विषय है।
संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि शहर के विकास में प्रत्येक व्यक्ति योग्यता के अनुसार अपनी भागीदारी निभाएं। राव बीकाजी संस्थान के महामंत्री विद्यासागर आचार्य ने आभार जताया। महापौर, बीएसएफ के डीआईजी और डॉ. आचार्य ने भी विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। इस अवसर पर राजेंद्र जोशी, आत्माराम भाटी, डॉ. पवन दाधीच, नरेंद्र सिंह स्याणी, प्रहलाद सिंह मार्शल, इरशाद अजीज, अजीज भुट्टा सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।
सत्रह विभूतियों का हुआ सम्मान
इससे पहले सभी अतिथियों ने राव बीकाजी की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान बीएसएफ के बैंड ने स मधुर स्वर लहरियां बिखेरी। वहीं सजे-धजे ऊंट विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 17 विभूतियों को सम्मानित किया गया। इनमें अन्तर्राष्ट्रीय शूटर कुमारी वेदिका शर्मा को करणी माता अवार्ड, जनसम्पर्क विभाग के उपनिदेशक हरि शंकर आचार्य व साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता नदीम अहमद नदीम को राव बीकाजी अवार्ड, शाईर जाकिर अदीब को रावत कांधल जी अवार्ड, साहित्यकार डॉ.कृष्णा आचार्य को सूरजमाल सिह राजस्थानी अवार्ड, सामाजिक संस्था ‘अवर फोर नेशन को महाराजा गंगासिंह जी अवार्ड, रंगनिर्देशक दयानंद शर्मा को अज़ीज़ आज़ाद अवार्ड, चिकित्सक डॉ. एम.दाऊदी को देश दीवान दुले सिंह अवार्ड, श्री हीरालाल हर्ष को पीर गोविंद दास अवार्ड, साहित्यकार, नाट्यलेखक एवं पत्रकार हरीश बी.शर्मा को प.विद्याधर शास्त्री अवार्ड, भंवर पृथ्वीराज रतनू को श्री करणीमाता अवार्ड, वैद्य डॉ. देवकृष्ण सारस्वत को राजमाता सुशीला कुमारी जी स्मृति अवार्ड, चित्रकार राम भादाणी व एडवेंचरिस्ट सैयद मुश्ताक अली को बीकाणा अवार्ड, शिक्षाविद हुकमचंद चौधरी को राव बीदाजी अवार्ड, शिक्षाविद् शिवनाम सिंह को बेलोजी पड़िहार अवार्ड तथा डॉ.पंकज जोशी को अमरकीर्ति अवार्ड प्रदान किया गया। इसके साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बच्चों, किशोर एवं युवाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। साथ ही गत दिनों विभिन्न चौराहों और सर्किल पर रंगोली सजाने वाले युवा प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर मनीषा आर्य सोनी, राजेंद्र स्वर्णकार, राज नारायण पुरोहित और चैतन्य शहर ने बीकानेर पर आधारित गीतों की प्रभावी प्रस्तुतियां दी।कार्यक्रम के आरंभ में संस्थान अध्यक्ष डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम संयोजक प्रहलाद सिंह मार्शल ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी।