सनातन संस्कृति महोत्सव 17 अगस्त से, इक्कीस स्थानों पर धर्मगुरुओं- इक्कीस पंडितों-पुजारियों ने किया पोस्टर का विमोचन
बीकानेर। सनातन संस्कृति महोत्सव के पोस्टर का विमोचन रविवार को 21 स्थानों पर हुआ। श्री नवलेश्वर मठ के अधिष्ठाता योगी श्रीशिवसत्यनाथजी महाराज, लालेश्वर महादेव मंदिर के अधिष्ठाता स्वामी विमर्शानंदजी, कर्मकांड भास्कर पं. नथमलजी पुरोहित, पं. घनश्यामजी आचार्य, अशोकजी छंगाणी सहित विभिन्न कर्मकांडी पंडितों और पुजारियों ने महोत्सव के पोस्टर का विमोचन किया।
इस अवसर पर स्वामी विमर्शानंदजी ने कहा कि सनातन संस्कृति दुनिया की समृद्धतम और पुरातन सभ्यताओं में संस्कृतियों में एक है। यह हमें वसुधैव कुटुंबकम की सीख देती है। इस संस्कृति के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास करना सराहनीय है।
शिवसत्यनाथजी महाराज ने कहा कि यह महोत्सव युवाओं को सनातन संस्कृति की विशेषताओं से रूबरू करवाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने कहा कि इसमें अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के प्रयास किए जाएं तथा आधुनिक संचार माध्यमों से इसका प्रचार प्रसार हो।
पंडित नथमलजी पुरोहित ने मंच के प्रयासों को सनातन संस्कृति के मूल्यों की स्थापना के लिए महत्वपूर्ण बताया। सनातन संस्कृति रक्षा मंच के संयोजक अविनाश जोशी ने बताया कि यह पोस्टर शहर के प्रत्येक देवालय में लगाए जाएंगे। आगामी दिनों में घर-घर संपर्क करते हुए पीले चावल बांटकर शहरवासियों को आमंत्रित किया जाएगा। जोशी ने बताया कि सनातन संस्कृति महोत्सव की शुरुआत 17 अगस्त को शहर के 51 शिवालयों में सामूहिक रुद्राभिषेक से होगी। दूसरे दिन 18 अगस्त को भैरव पूजन और महाश्रृंगार किया जाएगा। महोत्सव के तीसरे दिन 19 अगस्त को हनुमान चालीसा के 11,111 पाठ किए जाएंगे तथा हनुमान चालीसा की 51,000 पुस्तकों के वितरण का कार्यक्रम प्रारंभ होगा। विमोचन अवसर पर विजय पुरोहित, गिरिराज किराडू, नवरतन प्रजापत, सांवरलाल कूकणा, महेंद्र छंगाणी, दिनेश सांखला, नवनीत पुरोहित, अतुल, ऋषभ जोशी, कुणाल जोशी और मुकुंद व्यास आदि उपस्थित रहे।