साधु वासवानी मिशन की प्रमुख दीदी कृष्णाकुमारीजी विश्व शांति यात्रा पर
72 दिनों में वैश्विक स्तर पर अंग्रेजी और सिंधी भाषाओं में होगा प्रेरक और मार्गदर्शक व्याख्यान
पुणे। साधु वासवानी मिशन की प्रमुख दीदी कृष्णाकुमारीजी विश्व शांति यात्रा के लिए रवाना हुई। यह यात्रा करीब 72 दिनों की होगी। इसमें प्रमुख रूप से 14 अप्रैल से 25 जून तक वह मुंबई, दुबई, मियामी, डल्लास, फोर्ट लॉडरडेल, न्यूजर्सी, बोस्टन, न्यूयॉर्क सिटी, स्टैमफोर्ड, लॉस एंजिल्स, शिकागो और लंदन समेत कई शहरों और राज्यों के दौरे पर रहेंगे।
इस यात्रा के दौरान, दीदी कृष्णाकुमारीजी अंग्रेजी और सिंधी भाषाओं में प्रेरक और मार्गदर्शक व्याख्यान, युवा बैठक, कार्यशालाओं, ध्यान, प्रश्न और उत्तर सत्र और साधना शिविरों में हिस्सा लेंगी। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य व्यक्तित्व विकास, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आध्यात्मिक विकास को प्रेरित करना है।
यह यात्रा दीदी कृष्णाकुमारीजी के मार्गदर्शक, गुरू दादा जेपी वासवानीजी ने दी हुई "हृदय में शांति से विश्व शांति बनेगी" इस मार्गदर्शन पर यह आधारित है।
यात्रा की विस्तृत जानकारी
बडी उत्सुकता और प्रतीक्षित रही इस विश्व शांति यात्रा के लिए दीदीजी दि. 16 से 21 अप्रैल तक दुबई से अपना पश्चिमी दौरा शुरू करेंगी।
उनका अमेरिकी दौरा मियामी में तीन विशेष सत्र के साथ शुरू होगा। इसमें 26 अप्रैल को युवा सम्मेलन में वह हिस्सा लेंगी। वे वहां मार्गदर्शन प्रवचन से युवाओं को प्रेरणा देगी।
27 अप्रैल को फ़ोर्ट लॉडरडेल में "बी युवर बेस्ट वर्जन" कार्यक्रम होगा। इसी प्रकार 28 अप्रैल को सिंधी समुदाय की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करनेवाले "रूह रिहान" नामक सिंधी सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मियामी दौरा समाप्त होगा।
इसके बाद दीदी कृष्णाकुमारीजी डल्लास-टेक्सास में दो कार्यक्रम करेंगी। इसमें 30 अप्रैल को यूथ मीट "एनर्जाइज़ युवरसेल्फ" इस विशेष सत्र आयोजन किया गया है। वहां मोटिवेशनल सत्र आयोजित किए जाते है। इस बीच 1 मई को "अपने आंतरिक जीवन का अधिकतम लाभ उठाएं" विषय पर एक सत्र होगा।
उसके बाद 5 मई को दीदीजी की उपस्थिति में लॉस एंजिल्स में एक मार्गदर्शन सत्र का आयोजन किया गया है। वहां वह 'हाईवे टू हैप्पीनेस' विषय पर मार्गदर्शन देंगी। इसके माध्यम से वे लोगों की आंतरिक खुशी का मार्ग रोशन करेंगी।
यह दौरा न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क में शो की श्रृंखला के साथ पूर्वी राज्यों तक जारी रहेगा। इसके पश्चात 12 मई को भव्य मातृ दिवस समारोह "मैया" के साथ शुरुआत करते हुए उपस्थित लोगों को दुनियाभर की माताओं का सम्मान करने वाली एक सभा में शामिल किया जाएगा। वहीं 15 मई को, दीदी जी विश्व को शांति की ओर ले जाने पर नॉर्थईस्टर्न विश्वविद्यालय में युवाओं के लिए एक कार्यशाला आयोजित करेंगी। बोस्टन में 16 मई को "खुशी चुनें" विषय पर व्याख्यान देंगी। 18 मई को मैनहट्टन में "अनलॉक युवर इनर पाॅवर" में ग्रैमी पुरस्कार-नामांकित भक्ति गायक कृष्णा दास का लाइव मार्गदर्शन सत्र होगा, जिसके बाद दीदी कृष्णाकुमारीजी का प्रेरक प्रवचन होगा।
दिनांक 24 से 27 मई तक दीदी के अमेरिकी दौरे का मुख्य आकर्षण होगा। इस बीच वे स्टैमफोर्ड, कनेक्टिकट में वार्षिक साधना शिविर आयोजित है। जिसका प्रेरक शीर्षक "डिजाइन युवर डेस्टिनी" है। यह परिवर्तनकारी आवासीय शिविर साधकों को आत्मनिरीक्षण, ध्यान और आध्यात्मिक आत्म-खोज के माध्यम से मार्गदर्शन करता है। इसी प्रकार दिनांक एक जून को न्यू जर्सी में विश्व शांति महोत्सव शुरू होगा। इसे शांति और सद्भाव के सामूहिक उत्सव के रूप में जाना जाता है। दो जून को दुनिया में जागरूकता बढ़ाने के लिए युवाओं की भागीदारी के साथ "राइज़ एंड थ्राइव" मैनहट्टन में मनाया जाएगा। दीदीजी का दौरा 8 जून को शिकागो में "पासवर्ड टू हैप्पीनेस" विषय पर एक मुख्य सत्र के साथ समाप्त होगा। अमेरिकी दौरे के बाद, दीदी कृष्णाजी यूके जाएंगी। जहां वह 20 जून से लंदन में तीन ज्ञानवर्धक कार्यक्रम आयोजित करेंगी। इन कार्यक्रमों में अंग्रेजी वार्तालाप, युवा कार्यशालाएं और सिंधी में "रूह रिहान" नामक हृदयस्पर्शी उपदेश शामिल हैं। इस बीच, 25 जून 2024 को दीदी की विश्व शांति यात्रा समाप्त होगी और वह भारत लौट आएंगी।