भाजपा के घोषणापत्र में ‘देश का बढता कर्जा’ चुकाने का संकल्प क्यों नहीं : कांग्रेस प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी
पुणे। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने बुधवार को कहा कि देश पर ‘कर्जे का बोझ’ क्यों छिपा रहीं है बीजेपी तथा हर बात में ‘मोदी गारंटी’ के नाम पर अपनी राजनैतिक रोटीयाँ सेंकनेवाले अपनी जवाबदेही से पीछे नहीं हट सकती भाजपा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मोदी और बीजेपी में हिंम्मत है तो 2014 से 2024 तक देश पर ‘चौगुना बढता कर्जा’ किसलिए लिया गया, इस पर बीजेपी को "श्वेत पत्रीका” निकालनी चाहिए।
यहां एक बयान जारी कर ऐसी खुली चुनौती भी महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने दी। देश पर बढते कर्जे का बोझ डालकर देश की आर्थिक स्थिति को खोकला बनाने वाली मोदी सरकार को सत्ता से हटाने का समय आ गया है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार आने से पहले 2024 तक डॉ मनमोहनसिंह की कांग्रेस प्रणीत युपीए एक और दो में, देश में पर्याप्त जीडीपी, विकास दर, आयात-निर्यात दर, ‘डॅालर का रुपया दर’ संभालते हुए तथा महंगाई दर को भी उच्च स्तर पर नियंत्रित करते हुए, पहले के लगभग 15 सरकारों ने 65 साल में, देशपर कुल मिलाकर (2024 तक) मात्र 53.87 लाख कोटी का कर्जा किया था। अंतरराष्ट्रीय बजार में ‘कच्चा क्रुड ॲाईल 126 डॅालर से लेकर डॉ मनमोहनसिंह की सरकार ने पेट्रोल 70 रू लीटर, डीज़ल 35 रू लीटर तथा घरेलू गैस सिलेंडर के दर 390 तक ही सिमित रखे थे, तथा पूर्व सरकारों ने महंगाई भी नियंत्रित रखी थी। ऊसी समय 2010–14 के दरम्यान काँग्रेस प्रणीत युपीए सरकार रहते हुए ही दुनिया में ‘भारत आर्थिक महासत्ता’ भी बनने जा रहा था’। महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस के राज्य प्रवक्ता गोपालदादा तिवारी ने यहां जारी एक बयान में पूछा कि मोदी सरकार यह क्यों नहीं बताती कि वर्ष 2014 तक देश पर 53.87 लाख कर्जा था उसमें दस सालों में अकेले चौकीदार-प्रधान सेवक ने चार गुना कर्जा बढाकर 205 लाख करोड रु का कर्जा कैसे किया…? इस पर बीजेपी के घोषणा पत्र में क्यो चुप्पी साधी है..? देश पर बढा ‘चार गुना कर्जा’ कहाँ खर्च किया गया और इसका जिम्मेद्दार कौन..? गोपाल दादा तिवारी ने कहा कि झूठी तथा गुमराह करने वाली ‘मोदी गारंटी’ के पिछे अब और छुप नही सकती है भाजपा। भाजपा’ को देश की डुबती अर्थ व्यवस्था का जवाब देना पडेगा।