श्री महाकालेश्वर के चरणों में सभी नवग्रह शरणागत, उनसे बड़ा कोई ज्योतिषी नहीं : डॉ दिनेश गुरुजी
आईवीएएफ के ज्योतिष सम्मेलन में श्रीमहाकाल मंदिर के पुजारी डॉ दिनेश गुरुजी को लाइफटाइम मेंबरशिप के साथ इंटरनेशनल एस्ट्रो एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया
नई दिल्ली। देवों के देव महादेव, त्रिकालदर्शी उज्जैन के बाबा श्रीमहाकालेश्वर के चरणों में 9 के 9 ग्रह शरणागत रहते हैं, इन्हीं नौ ग्रहों से दुनियावी लोग विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित रहते हैं एवं ज्योतिषी उन्हें अपने ज्ञान–विज्ञान, मार्गदर्शन से सहाय प्रदान करते हैं। ज्योतिषियों का भी महाज्योतिष है बाबा श्रीमहाकाल। उनकी शरणागत आने वाले की मृत्यु तक टल जाती है तो अन्य परेशानियां तो क्या ही हो सकती है। इस प्रकार के ओजस्वी वक्तव्य के साथ उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर के विद्वान पुजारी डॉ दिनेश गुरुजी के कथनों ने तालियों की गूंज के साथ जयश्री महाकाल–हर हर महादेव के जयकारे की गूंज करा दी। अवसर था यूएसए की संस्था इंटरनेशनल वैदिक एस्ट्रोलॉजी फेडरेशन (आईवीएएफ) के तत्वावधान में राजधानी दिल्ली में पश्चिम विहार स्थित पांच सितारा होटल रेडिसन ब्लू में एस्ट्रोलॉजिकल कन्वोकेशन (ज्योतिष सम्मेलन) का। इस दौरान देश के अनेक महानगरों अर्थात उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम सभी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रकांड विद्वान ज्योतिषियों ने शिरकत की। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल हुए डॉ दिनेश गुरुजी को आईवीएएफ द्वारा लाइफटाइम मेंबरशिप के साथ इंटरनेशनल एस्ट्रो एक्सीलेंस अवार्ड से भी नवाजा गया। उन्होंने कहा कि संसार में चाहे कोई भी व्यक्ति हो चाहे वह ज्योतिषी भी क्यों ना हो निश्चित रूप से किसी ने किसी स्थिति परिस्थिति में शारीरिक अथवा मानसिक तौर पर परेशान अथवा संकट का सामना कर रहा होता है, वह जब एक बार महाकाल के दर पर आकर भक्ति भाव से शीश नवाएगा तो उनके व उनके यजमानों तक के सभी संकट भी स्वत: टल सकते हैं। कार्यक्रम में फेडरेशन की प्रबंध निदेशक श्रीमती दिव्या पिल्लई ने सभी का स्वागत किया। मंच पर अतिथि गणमान्य जनों में विश्वप्रसिद्ध धर्मगुरु एचएस रावत, श्री वैष्णो दरबार की प्रमुख पूनम माताजी, एचआर मैनेजमेंट के एमडी वाईके गुप्ता, मजेस्टिक ऑटो के सीएमडी महेश मुंजाल, डॉ मनीष पांडे, आचार्य देवानंद शास्त्री, विद्वान ज्योतिषाचार्य डॉ राजेश ओझा, धर्मगुरु अलका शर्मा, डॉ प्रणव शास्त्री, राजनाथ झा, आचार्य मानवेंद्र रावत, डॉ नारायण, कपिल मेनी, डॉ दामोदर बंसल, युवराज राजोरिया, नरेंद्र बेसदादिया आदि गणमान्यों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों से लब्ध प्रतिष्ठित ज्योतिर्विदों को उनकी उपलब्धियों पर विभिन्न पदवियों, अवॉर्डों तथा मानद उपाधियों से सम्मानित किया गया। सनातन हिंदू वैदिक धर्म, ज्योतिष विज्ञान के परस्पर समन्वय पूर्वक ज्ञानार्जन के साथ भविष्य में भारत के ग्लोबल स्तर पर उत्तरोत्तर प्रगति के विस्तृत मंथन में अनेक वक्ताओं ने अपने-अपने विचार रखे। फेडरेशन के एसोसिएट डायरेक्टर हरिप्रकाश शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए अपनी बात कही। सभी का आभार एसोसिएट डायरेक्टर डॉ मनीष पांडे ने जताया। दिव्या पिल्लई ने आईवीएएफ के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी।