श्रद्धेय दादा जेपी वासवानीजी की छठी पुण्यतिथि भक्तिभाव से मनाई : दीदी कृष्णाकुमारीजी की लाइव वार्ता एवं सत्संग 13 को
पुणे। विश्व विख्यात प्रतिष्ठित दार्शनिक एवं आध्यात्मिक संतश्री दादा जेपी. वासवानीजी की छठी पुण्यतिथि यहां पुणे के साधु वासवानी मिशन (एसवीएम) और दुनिया भर के केंद्रों में श्रद्धा पूर्वक मनाई गई।
जन सम्पर्क अधिकारी नरेश सिंघानी ने बताया कि दिन की शुरुआत प्रभात फेरी एक जुलूस रुप से हुई। साधु वासवानी मिशन की प्रमुख दीदी कृष्णाकुमारीजी के नेतृत्व में भक्तों ने पुणे, कैंप की सड़कों पर चलते हुए भक्ति गीत गाए। साथ ही पूरे दिन विभिन्न सेवा (सेवा गतिविधियाँ) आयोजित की गईं। दोपहर और शाम के सत्संग में साधु वासवानी और दादा जेपी. वासवानीजी के रिकॉर्ड किये गए उपदेश शामिल थे।
लीना, हैदराबाद के एक भक्त ने साझा किया, "मैं दादा की उपस्थिति को पहले से कहीं अधिक मजबूती से महसूस करती हूं। यह एक अनोखा संबंध है, जिसे केवल महसूस और अनुभव किया जा सकता है। दिन के विविध उत्सव फिर रात में मध्यरात्रि कीर्तन के साथ संपन्न हुआ। जिसमें दुनिया भर से भक्त संतश्रीजी को श्रद्धांजलि देने के लिए आए थे। पुण्यतिथि समारोह 13 जुलाई को दोपहर के सत्संग के साथ जारी रहेगा, जिसमें दीदी कृष्णाकुमारीजी की लाइव वार्ता होगी, जिसके बाद सभी के लिए लंगर (फैलोशिप भोजन) होगा। आयोजन का समापन शनिवार शाम सत्संग के साथ होगा, जिसमें दादा जेपी. जी की शिक्षाओं पर प्रकाश डाला जाएगा।
पुण्यतिथि के प्रमुख सत्रों का सीधा प्रसारण साधु वासवानी मिशन के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर किया जा रहा है, सभी कार्यक्रम जनता के लिए खुले हैं। नरेश सिंघानी के मुताबिक दादा जेपी. वासवानीजी, जो कि एक श्रद्धेय भारतीय संत और प्रतिष्ठित दार्शनिक, एक आध्यात्मिक नेता और शिक्षाविद् के रूप में एक गहरी विरासत छोड़ते हुए, जरूरतमंदों के लिए स्कूलों, अस्पतालों और सेवा कार्यक्रमों की स्थापना करने के लिए प्रेरित किया था।