आचार्यश्री कौशिकजी महाराज को डॉ दिनेश गुरूजी ने दिया बाबा महाकाल का आशीर्वाद
"पंचाक्षरी मंत्र नमः शिवाय के जप की महिमा को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता"
श्रीमहाकाल की अवंतिका नगरी उज्जैन अद्भुत कल्याणकारी तीर्थ स्थल : पुराण मनीषी
उज्जैन। पुराण मनीषी विद्वान आचार्यश्री कौशिकजी महाराज की यहां के शहनाई गार्डन में ज्योतिर्लिंग श्रीशिव महापुराण कथा का खूब आनंदमय वाचन हो रहा है। आयोजन स्थल में रविवार को ब्यास पीठ पर विराजित आचार्यश्री का श्रीमहाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के पुजारी डॉ दिनेश गुरूजी ने पहुंचकर बाबा श्रीमहाकाल का आशिर्वाद प्रदान किया। इस दौरान उन्होंने कौशिकजी महाराज का माल्यार्पण कर, बाबा श्रीमहाकाल का विशेष अंग वस्त्र ओढ़ाया। डॉ दिनेश गुरूजी ने कौशिकजी महाराज के अवंतिकानगरी वासियों के लिए व देश–विदेश से आए श्रद्धालु भक्तों को ज्योतिर्लिंग कथा श्रवण कराने के अनूठे दिव्य आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। इस दौरान उनके साथ विजय गुरु, महेन्द्र कटियार, पंडित शैलेंद्र दुबे, खेमसिंह तोमर, जितेन कटियार आदि भी थे। कथा में कौशिकजी महाराज ने श्रीत्रंयबकेश्वर एवं श्रीवैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग की कथा का विस्तार से महत्व बताया। ग्रंथ शास्त्रों का जिक्र करते हुए पुराण मनीषीजी ने तीर्थ स्थलों पर श्रद्धा भक्ति से जाने की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तीर्थ दुर्गति नहीं होने देते अर्थात हमें तार देते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा श्रीमहाकाल की अवंतिका नगरी उज्जैन अद्भुत कल्याणकारी तीर्थ स्थल है।वैशाख मास के अनेक महीनों के पुण्य से उज्जैन आने का अवसर व्यक्ति को मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि पंचाक्षरी मंत्र नमः शिवाय के जप की महिमा को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। उपवास के दिन अथवा व्यक्ति प्रतिदिन नियमित इस मंत्र के जप से अपना उत्थान निश्चित कर सकता है। आचार्यश्री की पावन निश्रा में आयोजन स्थल पर श्रावण मास के आखिरी पांचवें सोमवार को घी से महाअभिषेक होगा, इस विशेष आयोजन महत्व की जानकारी भी उन्होंने दी। साथ ही इसके बाद 20 अगस्त को महाराष्ट्र के चालीसगांव में श्रीकाशी महात्म्य कथा, 21 व 22 अगस्त को मुंबई (पालघर) में श्रीगणेश चरित्र कथा तथा 23 व 24 अगस्त को पुणे में श्री भक्तमाल कथा के आयोजन की जानकारी दी। इसके बाद कौशिक महाराजजी द्वारा 25 से 29 अगस्त तक श्रीवृंदावन धाम में श्रीकृष्णकथा एवं जन्माष्टमी महोत्सव की पांच दिवसीय संगीतमय भक्ति सत्संग का आयोजन होगा। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सत्संग टीवी व तुलसी तपोवन यू ट्यूब चैनल पर लाइव कवरेज हो रहा है।