ईसीबी में नवप्रवेशित इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के इंडक्शन कार्यक्रम में बाेलीं कलेक्टर, किताबें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त
बीकानेर। ‘किताबें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। इनसे दोस्ती करने वाला कभी अकेला नहीं रहता। ये मनुष्य को ज्ञान का अनमोल खजाना देती हैं और बदले में कुछ नहीं मांगती’। ये शब्द बीकानेर जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर (ईसीबी) में नवप्रवेशित इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के इंडक्शन कार्यक्रम 'दीक्षारम्भ' के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने गौतम बुद्ध के 'अप्प दीपो भव' यानी प्रत्येक विद्यार्थी को अपने स्वयं के ज्ञान और अनुभव से प्रकाश पाने की आवश्यकता बताई. उन्होंने विज्ञान और तकनीक को मानवता के लिए उपयोग करने पर बल दिया।
कॉलेज प्राचार्य डा ओम प्रकाश जाखड़ ने विद्यार्थियों को महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों व सुविधाओं को सुदपयोग करने और शिक्षण अध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रेरित किया। डॉ. जाखड ने अपने संबोधन में विद्यार्थियो के लिए दीक्षारंभ को एक नई शुरूआत बताया और कहा कि अवश्य ही यह आयोजन इस यात्रा में विद्यार्थियों के लिए सहयोगी साबित होगा।कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर अतुल गोस्वामी, डॉ. श्रद्धा परमार, डॉ गरिमा प्रजापत, डॉ. जीतेन्द्र जैन, औऱ डॉ इंदु भूरिया महाविद्यालय में उपलब्ध अनुसंधान सुविधाओं तथा उनकी कार्यप्रणाली से विद्यार्थियों को अवगत कराया। दीक्षारम्भ कार्यक्रम में इन गतिविधियों का हुआ आयोजनदीक्षारम्भ कार्यक्रम के दौरान नव प्रवेशित विद्यार्थियों की बीकाजी प्लांट में विजिट, योग गतिविधियाँ , 'वन स्टूडेंट वन ट्री' कार्यक्रम, पर्सनालिटी डेवलपमेंट कार्यशाला, आत्म रक्षा सेशन, स्केचिंग प्रतियोगिता, मैडिटेशन एंड माइंड पीस कार्यशाला, ब्रेकिंग द आइस इत्यादि कार्यक्रमों आयोजन किया गया. कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ. गरिमा प्रजापत द्वारा किया गया, धन्यवाद प्रेषित डॉ. अतुल गोस्वामी द्वारा किया गया।कार्यक्रम में ये रहे माैजूदकार्यक्रम कॉलेज रजिस्ट्रार राजेन्द्र सिंह शेखावत, डॉ. जीतेन्द्र जैन डॉ. राजकुमार चौधरी, डॉ. शोकत अली , हरजीत सिंह, डॉ. नवीन शर्मा, डाॅ रणजीत सिंह, डॉ. ऋचा यादव, डॉ, प्रीती नरुका, डॉ. एस एस तंवर, डॉ. जी.पी. सिनसिनवार, डॉ. इंदु भूरिया, डॉ. विनीत कुमार, सुभाष सोनगरा सहित संकाय सदस्य और कर्मचारी उपस्थित रहे।