व्यक्ति में भक्ति और इच्छाशक्ति दोनों होना जरुरी : राजगुरु मां संगीतम्माजी – Chhotikashi.com

व्यक्ति में भक्ति और इच्छाशक्ति दोनों होना जरुरी : राजगुरु मां संगीतम्माजी

    बेम्मनकुप्पे के श्रीमहालक्ष्मी टेंपल में मंगल आशिर्वाद कार्यक्रम संपन्न                     बेंगलुरु। यहां बेम्मनकुप्पे क्षेत्र में श्रीमहालक्ष्मी टेंपल की प्रमुख एवं तिरुवनंतपुरम तथा मैसूरू राजघराने की राजगुरु मां संगीतम्माजी ने कहा कि व्यक्ति में माता-पिता की सेवा, देवी देवताओं व गुरुजनों की भक्ति और इच्छाशक्ति होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि शास्त्रोक्त विधान है माता-पिता को इस धरा पर ईश्वरीय रूप एवं प्रथम गुरु बताया गया है। उनकी सेवा के बिना परमात्मा भी व्यक्ति की भक्ति स्वीकार नहीं करते हैं। उन्होंने देवपितृ वंदनीय अमावस्या पर्व के मद्देनजर अपने विचारों में संदेश दिया कि अपने अनेक पीढ़ियों के स्मृति शेष पूर्वजों के लिए शास्त्रोक्त विधान से पिंडदान, तर्पण आदि करने से शारीरिक कष्ट, मानसिक पीड़ा संताप मिटता है एवं समृद्धि के साथ वंश वृद्धि होती है। इस दौरान बेंगलूरु, चेन्नई, होसुर, तिरुपति, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात,बिहार आदि विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े श्रद्धालु भक्त मां का आशीर्वाद लेने यहां पहुंचे थे। संगीतम्माजी ने इस दौरान सभी को मंगल कल्याण का आशीर्वाद देते हुए आगामी नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी। गुरुभक्त रविशंकर ने बताया कि बड़ी संख्या में उपस्थित भक्त जनों ने प्रसाद ग्रहण किया। चेन्नई व बेंगलूरु के श्रद्धालु राज़कुमार पुखराज पारख परिवार ने प्रसाद सहयोग में अपना योगदान दिया, जिनका मां द्वारा सम्मान भी किया गया।


Join Whatsapp 26