पत्नी शर्मिला के साथ भागवत सिर पर धारण किए कलश यात्रा में चले जाेधपुर डीजे बुलाकीदास
पंडित गोपाल नारायण व्यास के मुखारविंद से भागवत कथा : जिला एवं सत्र न्यायाधीश विश्वबंधु, सीए महेंद्र चूरा भी रहे माैजूद
बीकानेर। पूजनीय स्मृतिशेष हनुमान दास व्यास ( पहलवान साहब ) की पावन स्मृति में सूरदासाणी बगेची में पंडित गोपाल नारायण व्यास के मुखारविंद से भागवत कथा का वाचन शुरु हुआ।
इससे पहले आज कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा बड़ा गोपाल जी मंदिर (दम्माणी चौक) से सूरदासाणी बगेची में पहुंच कर श्रीमद् भागवत कथा शुरू हुआ। पूजन कार्य पंडित कुमार दत्त द्वारा हुआ और इस कलश यात्रा में महिलाएं लाल साड़ियों में व पुरुष सफेद कुर्ता पायजामा की पौशाक में थे। भगवत सिर पर धारण किये हुवे बुलाकी दास व्यास ( जिला एवं सत्र न्यायाधीश) जोधपुर व उनकी धर्म पत्नी शर्मिला के साथ-साथ विश्वबन्धु पुरोहित (जिला एवं सत्र न्यायाधीश) बीकानेर सपत्नीक, सीए महेंद्र चुरा, ब्रजराज जोशी, गोविंद चुरा, हरिहर पुरोहित, दाऊ दयाल व्यास, गोविंद व्यास, श्याम सुंदर व्यास, भीम कांत व्यास, शंकर लाल व्यास, अशोक बिस्सा, शिव पुरोहित, मनोज व्यास (व्यासू), भवानी रँगा, कानू व्यास, भानु बिस्सा, अमित राष्ट्रबंधु, राजा बोहरा, मोहित रंगा, जगदीश आचार्य (वकील साब), गौरी शंकर रँगा, विजय शंकर रँगा, राजेन्द्र व्यास, उमेश बोहरा व सुनीता व्यास, मंगला बोहरा, कृष्णा बोहरा, रामी बोहरा, उमा बोहरा, उमा बिस्सा, रजिया रँगा, उमा रँगा, गीता पुरोहित, शारदा पुरोहित, विजय लक्ष्मी बिस्सा(दैया), मीनाक्षी रँगा, रजनी बोहरा, राधिका पुरोहित, सिद्धिका, मंजू व्यास, मोनिका, मीकू, शोभा,एकता, कृतिका, अक्षांश, आराध्या आदि ने कलश यात्रा में शिरकत की। कथा स्थल पर पहुंचकर आरती के बाद संगीतमय व सचेतन झांकियों के साथ भागवत कथा का वाचन आरम्भ हुवा।