राजस्थान सरकार में मंत्री नागर ने श्रीसिद्धेश्वर तीर्थ तिरुपति में श्रीसिद्धगुरु को वंदन कर लिया आशीर्वाद – Chhotikashi.com

राजस्थान सरकार में मंत्री नागर ने श्रीसिद्धेश्वर तीर्थ तिरुपति में श्रीसिद्धगुरु को वंदन कर लिया आशीर्वाद

    ब्रह्मर्षि आश्रम में श्रद्धालुओं का महा समागम सनातन संस्कृति की ऊर्जा, दिव्यता एवं भव्यता है : ऊर्जा मंत्री नागर     तिरुपति/जयपुर। सुसंस्कारित, वैभवशाली समाज के सृजन में श्रीसिद्धगुरु भगवंत की भूमिका तथा उनका योगदान अति महत्वपूर्ण है। इस जगत में सुष्ट और दुष्ट प्रवृत्ति का संघर्ष चलते रहता है, मगर समाज को संगठित कर एक शक्ति के रूप में खड़े करने का प्रयास अभिनंदनीय व समायोजित धर्म कार्य है। यह कहा राजस्थान सरकार में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने। वे श्रीसिद्धेश्वर तीर्थ ब्रह्मर्षि आश्रम तिरुपति में श्री सिद्धगुरुजी के श्रीचरणों में वंदन, नमन एवं आशीर्वाद प्राप्त कर अपना वक्तव्य दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पूज्य गुरुवर के कृपामय आशीर्वाद से वे भी अपने पद एवं गरिमा के अनुरूप समाज में सनातन, धर्म, संस्कृति के तहत राष्ट्रहित में अपना सर्वस्व योगदान देने का पूरा प्रयास करेंगे। इस दौरान श्रीसिद्धगुरुजी की निश्रा में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर का सपत्नीक ब्रह्मर्षि आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश सांखला व इंदु राठौर ने माल्यार्पण एवं शॉल्यार्पण कर स्वागत सम्मान भी किया। ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि निश्चित रूप से धार्मिक आयोजन जन मानस में सद्भावना, नैतिकता का प्रसार और आध्यात्मिक चेतना का विस्तार करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी यही विरासत हमें प्रेरणा देती है तथा सही मार्ग दिखाती है। उन्होंने कहा कि श्रीसिद्धेश्वर तीर्थ ब्रह्मर्षि आश्रम में आयोजित हो रहे हैं श्रीअष्टलक्ष्मी महायज्ञ में देश और दुनिया से पहुंचे विशाल गुरुभक्त श्रद्धालुओं का महा समागम सनातन संस्कृति की ऊर्जा है, दिव्यता एवं भव्यता है। पूज्यश्री सिद्धेश्वर ब्रह्मर्षि गुरुवर द्वारा हमारी नई पीढ़ी को सनातन संस्कृति से परिचित करने का भगीरथ प्रयास है, यही नहीं उनके माध्यम से ही भारत की महान संस्कृति के प्रचार प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राजस्थान सरकार में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने यह भी कहा कि वे भाग्यशाली है, जिन्हें आयोजन में शामिल होने का अवसर मिला। वे बोले कि शक्ति, ईश्वर की वह कल्पित माया है जो उसकी आज्ञा से सब काम करने वाली और सृष्टि रचना करने वाली मानी जाती है। यह अनंतरूपा और अनंत सामर्थ्य संपन्ना भी कही गई है। कार्यक्रम में श्री अष्टलक्ष्मी महायज्ञ के दौरान प्रतिदिन पूजन, अभिषेक, आरती के कार्यक्रम पंडित आचार्यश्री निवास श्रीमाली के आचार्यत्व में जारी है। सुहाग सुहागिन पूजा, फुल होली व 51 कुंडिय महायज्ञ में आहुतियों के क्रम के साथ-साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रीसिद्धगुरुजी से गुरुमंत्र दीक्षा भी ग्रहण की। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मर्षि आश्रम की ग्लोबल चेयरपर्सन सरला बोथरा ने किया।


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