जया किशोरी का व्यक्तित्व और आध्यात्मिक कार्य नई पीढ़ी के लिए आदर्श : डॉ. संजय बी. चोरडिया
प्रेरक वक्ता जया किशोरी को 'सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार 2024' प्रदान
पुणे। सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की ओर से प्रसिद्ध आध्यात्मिक और प्रेरक वक्ता जया किशोरीजी को 'सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार 2024' प्रदान किया गया। आध्यात्म और प्रेरणादायक वक्तृत्व के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में 'सूर्यदत्त' के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया और सहयोगी उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा ने जया किशोरी को सम्मानचिन्ह, सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की छात्राओं द्वारा बनाए गए विशेष स्कार्फ, स्वर्ण पदक और मानपत्र देकर सम्मानित किया। पुरस्कार को नम्रता से स्वीकार करते हुए जया किशोरी ने कहा, पच्चीस वर्षों की प्रेरणादायक यात्रा वाली 'सूर्यदत्त' संस्था से यह पुरस्कार मिलना गर्व की बात है। विभिन्न ज्ञान शाखाओं के साथ छात्रों को यहां समग्र शिक्षा प्रदान की जाती है, यह महत्वपूर्ण है। आज युवाओं को आध्यात्मिकता की सबसे अधिक आवश्यकता है। यदि भौतिकवादी जीवन को आध्यात्मिकता के साथ जोड़ा जाए, तो जीवन अधिक सरल होगा। जया किशोरी ने कहा कि सीखते रहना परिवर्तन का नियम है और यह मूल्य सूर्यदत्त संस्था में देखा जाता है, जिसे जानकर मुझे प्रसन्नता हुई है। इस दौरान डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, जया किशोरी एक विश्व विख्यात भारतीय आध्यात्मिक वक्ता, गायिका, प्रेरक वक्ता, जीवन प्रशिक्षक और सामाजिक सुधारक नेता हैं। उनके आध्यात्मिक प्रवचन और भावपूर्ण भजनों के लिए लाखों भक्त उत्सुक रहते हैं। उन्हें 'किशोरीजी' और 'आधुनिक युग की मीरा' के नाम से जाना जाता है। ऐसे महान व्यक्तित्व का सम्मान करते हुए सूर्यदत्त परिवार को गर्व हो रहा है। उनके आदर्श कार्यों से 'सूर्यदत्त' के छात्रों को प्रेरणा मिलेगी। इस दौरान स्नेहल नवलखा ने बताया कि समाज में अपने उत्कृष्ट कार्यों के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को 'सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार' से सम्मानित किया जाता है। उत्कृष्टता 'सूर्यदत्त' की विशेषता है और पिछले ढाई दशकों की यात्रा में, सूर्यदत्त ने 2003 से यह पुरस्कार शुरू किया है। शैक्षणिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, औद्योगिक, चिकित्सा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में परिवर्तनकारी योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को अब तक सम्मानित कर छात्रों, अभिभावकों और समाज को प्रेरणा देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने बताया कि पद्मभूषण पंडित भीमसेन जोशी, पद्मविभूषण वैज्ञानिक डॉ. कस्तूरीरंगन, योगाचार्य पद्मभूषण डॉ. बीकेएस. अयंगर, प्रसिद्ध अभिनेता पद्मभूषण अनुपम खेर, पद्मभूषण शिव नाडर, पूर्व पुलिस अधिकारी किरण बेदी, पद्मविभूषण मोहन धारिया, पद्मविभूषण डॉ. रघुनाथ माशेलकर, पद्मभूषण डॉ. विजय भटकर, आध्यात्मिक और प्रेरक वक्ता गौर गोपाल दास सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।