
इस्राइल के काउंसल जनरल कोबी शोषानी को ‘सूर्यदत्त’ द्वारा ‘सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार 2025’ प्रदान
शोषानी का विदेशी मामलों में योगदान अतुलनीय है : डॉ संजय बी चोरडिया
पुणे। भारत और इस्राइल के बीच संबंधों को मजबूत करने और विदेशी मामलों में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए, इस्राइल के भारत में काउंसल जनरल कोबी शोषानी को सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की ओर से 'सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार 2025' से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पुणे के जे डब्ल्यू मैरियट होटल में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रसिद्ध अभिनेता रज़ा मुराद और 'सूर्यदत्त' के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया के हाथों प्रदान किया गया। इस अवसर पर संस्थान की उपाध्यक्ष और सचिव सुषमा चोरडिया, सहयोगी उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा, कार्यकारी विकास अधिकारी सिद्धांत चोरडिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अक्षित कुशल, महाप्रबंधक रोहित संचेती, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के प्रबंध निदेशक सागर चोरडिया आदि उपस्थित थे। इस दौरान डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा कि विद्यार्थियों को प्रेरित करने और विभिन्न क्षेत्रों की आदर्श हस्तियों का सम्मान कर उनकी सेवा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का यह समारोह है। समाज की प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित करना सूर्यदत्त परिवार के लिए अविस्मरणीय क्षण होता है। कोबी शोषानी का विदेशी मामलों में योगदान अतुलनीय है। उनकी कूटनीतिक और रणनीतिक नीतियों के कारण भारत और इज़राइल के बीच संबंध और अधिक मजबूत हो रहे हैं।
इस सम्मान को पाकर खुशी व्यक्त करते हुए कोबी शोषानी ने कहा, कठोर अनुशासन और समर्पित भावना इज़राइल की पहचान है, और उस देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर पाकर मुझे गर्व महसूस होता है। मुझे भारत से विशेष लगाव है। छात्रों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने में सूर्यदत्त महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। विद्यार्थियों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए यहां किए जा रहे उपक्रम बेहद महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि ज्ञान का मार्ग सहयोग से होकर गुजरता है, और इस यात्रा में शामिल होना मेरे लिए गर्व की बात है। रज़ा मुराद ने कोबी शोषानी के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा, भारत और इज़राइल के संबंधों को मजबूत बनाने में उनका अमूल्य योगदान है। ऐसी प्रतिष्ठित हस्ती को सम्मानित करने का अवसर पाकर मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूँ। शोषानी का सम्मान वास्तव में दो महान देशों के मजबूत संबंधों का उत्सव है।
सागर चोरडिया ने भी अपने विचार रखे।
स्नेहल नवलखा ने कोबी शोषानी को सूर्यदत्त संस्थान में आने और विद्यार्थियों से संवाद करने का निमंत्रण दिया। शोषानी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें संस्थान आकर विद्यार्थियों से बातचीत करने और अपने अनुभव साझा करने में खुशी होगी।