
छात्रों में आत्मविश्वास, जिम्मेदारी एवं सेवाभाव जगाना जरूरी : डॉ. संजय बी. चोरडिया
सूर्यदत्ता कॉलेज ऑफ फार्मेसी, हेल्थकेयर एंड रिसर्च द्वारा फार्मोत्सव 2025 सम्पन्न
पुणे। मेधावी छात्रों का सम्मान न केवल उनकी उपलब्धियों की सराहना करता है, बल्कि उनके भविष्य को दिशा भी देता है। इससे छात्रों में आत्मविश्वास, जिम्मेदारी और समाज सेवा की भावना विकसित होती है। सूर्यदत्ता संस्थान विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। यह बात सूर्यदत्ता एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी.चोरडिया ने कही। वे यहां सूर्यदत्ता कॉलेज ऑफ फार्मेसी, हेल्थकेयर एंड रिसर्च (एससीपीएचआर) एवं नेशनल फार्मेसी वेलफेयर एसोसिएशन (एनपीडब्ल्यूए) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘फार्मोत्सव 2025’ समारोह में बोल रहे थे। कार्यक्रम में महाराष्ट्र स्टेट फार्मेसी काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष व फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य विजय पाटिल, पुणे क्षेत्रीय तकनीकी शिक्षा विभाग के सहसंचालक डॉ. डीवी. जाधव, सूर्यदत्ता एजुकेशन फाउंडेशन की उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया, एनपीडब्ल्यूए के सहसचिव प्रो. प्रवीण जावले सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रो. पॉपट जाधव को डॉ. एचएम. कदम स्मृति पुरस्कार 2025, डॉ. राजेंद्र पाटिल व प्रो. सचिन इटकर को ‘एनपीडब्ल्यूए
आइडल अवार्ड 2025’, जबकि चंद्रकांत वारघड़े को ‘वृक्षमित्र पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। अध्यक्षता कर रहे प्रो डॉ. संजय बी.चोरडिया ने सभी अतिथियों का सूर्यदत्ता स्कार्फ, पदक और सम्मानपत्र देकर सत्कार किया। यह आयोजन सूर्यदत्ता के बावधन कैंपस स्थित बंसीरत्न सभागृह में हुआ, जिसमें 250 से अधिक गणमान्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में भारती विद्यापीठ इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी के स्व. डॉ. एचएम. कदम और जेएसपीएम इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी, ताथवडे के स्व. प्रो. प्रशांत हम्बर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
डॉ. चोरडिया ने कहा कि यह समारोह न केवल छात्रों का सम्मान है, बल्कि उनमें गर्व, प्रेरणा और जिम्मेदारी की भावना जगाने वाला एक अविस्मरणीय मंच भी है। फार्मोत्सव जैसे कार्यक्रम छात्रों को आत्मविश्वास और समाजसेवा के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। सूर्यदत्ता में हमेशा ऐसे आयोजन होते हैं, जो पाठ्यक्रम के साथ-साथ छात्रों के व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं। कार्यक्रम में बोलते हुए सुषमा चोरडिया ने कहा, यह आयोजन सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की शैक्षणिक परंपरा के अनुरूप रहा। फार्मेसी क्षेत्र में नवनिर्माण और समर्पण के साथ काम करने वाले प्रोफेशनल तैयार करना हमारा ध्येय है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए नवाचार की सोच और समर्पित भाव से किया गया निरंतर परिश्रम ही असली कुंजी है। प्रो प्रवीण जावले ने स्वागत भाषण दिया।एससीपीएचआर की प्राध्यापिका और सांस्कृतिक विभाग प्रमुख डॉ. सारिका झांबड व अल्लाना कॉलेज ऑफ फार्मेसी की प्रो. तस्लीम कुरैशी ने मंच संचालन किया। डी. फार्मेसी विभाग की प्रमुख स्नेहल जाधव ने अपनी टीम के साथ मिलकर कार्यक्रम का सफल संयोजन किया।
