श्रद्धालु श्रावकों ने राजस्थान में चातुर्मासार्थ विराजित अनेक संतवृंद के दर्शन वंदन कर, मंदिरों में शीश नवाया
बेंगलूरु। बेंगलूरु से गुरु दर्शन हवाई यात्रा संघ लाभार्थी यहां के राष्ट्रीय स्तर के मशहूर भामाशाह समाजसेवी बाबुलाल अशोक कुमार रांका एवं अशोककुमार महेन्द्रकुमार रांका (काका -भतीजा रांका परिवार) द्वारा आयोजित हुआ। इसमें श्रद्धावान संघ सदस्यों ने राजस्थान में सर्व प्रथम उदयपुर में चातुर्मासार्थ विराजित संतश्री जिनेंद्रमुनिजी म.सा. के दर्शन व प्रवचन का लाभ लिया। इस दौरान स्थानीय संघ की टीम द्वारा द्वारा समस्त श्रद्धालु श्रावकों का अभिनंदन किया गया। गुरु तारक संस्थान में स्थित उपाध्यायश्री पुष्करमुनिजी के समाधि स्थल के दर्शन व भक्ति युक्त गुणानुवाद किया। युवा समाजसेवी, धर्मालु व्यक्तित्व सुनील एस लोढ़ा ने इस सफलतम धार्मिक यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि संघ सिमटाल में विराजित श्रमण संघीय उपाध्याय प्रवरश्री रमेशमुनिजी म.सा.ने दर्शन पश्चात् अपने संबोधन में धर्म के मर्म को विस्तार से बताया। नाडोल आशापुरा माताजी व शेरे राजस्थान, महान चमत्कारी संतश्री रुपचंदजी महाराज साहब के अस्थि कलश धाम के वंदनीय दर्शन भी संघ सदस्यों ने किये। उन्होंने बताया कि इस दौरान संघ यात्रा की टीम ने भीलवाड़ा में विराजित अनुष्ठान आराधिका, विद्वान् महासतीजीश्री कुमुदलताजी म.सा. आदि ठाणा के प्रवचन व धर्म चर्चा का लाभ लिया। इस अवसर पर भीलवाड़ा के श्रीसंघ द्वारा लाभार्थी बाबुलाल अशोककुमार रांका व मित्र मंडल के सदस्यों का भी सम्मान स्वागत किया गया। गढ़ सिवाना में चातुर्मास हेतु विराजित गच्छाधिपतिश्री प्रकाशमुनिजी म.सा.के प्रवचन, दर्शन, धर्म चर्चा, मंगलपाठ कार्यक्रम रखा गया। साथ ही श्री नाकोड़ाजी तीर्थ व जसोल स्थित माता राणी भटियाणीजी के दर्शन का भी सभी ने लाभ लिया। संघ में बाबुलाल रांका अशोककुमार रांका, शांतिलाल भंडारी, पदमराज मेहता, पुखराज मेहता, पुखराज बेल्लारी, रमेश सिसोदिया, अनिल कोठारी, रमेश बागरेचा, फूलचन्द लुंकड़, अशोक कुमार धोका, मनोज रांका, सुनील लोढ़ा, प्रितेश रांका सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल थे। उन्होंने बताया कि इस दौरान गढ़ सिवाना निवासी पारसमल बागरेचा, सुरेश चौपड़ा, रमेश बागरेचा ने अपने निवास पर सभी का स्वागत अभिनंदन भी किया।