बच्चों में धार्मिक ज्ञान व संस्कारों का सींचन आवश्यक : प्रेमादेवी गांधीमुथा – Chhotikashi.com

बच्चों में धार्मिक ज्ञान व संस्कारों का सींचन आवश्यक : प्रेमादेवी गांधीमुथा

            बेंगलूरु में अखिल भारतीय श्री यतीन्द्र ज्ञानपीठ की परीक्षाएं सम्पन्न           बेंगलूरु। अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद शाखा बेंगलूरु के तत्वावधान में यहां किल्लारी रोड स्थित गुरु राजेन्द्र भवन में अखिल भारतीय श्रीयतीन्द्र जयंत ज्ञानपीठ की वार्षिक परीक्षाएं सम्पन्न हुई।जिसमें शहर की 6 पाठशालाओं के सौ विद्यार्थियों ने भाग लिया।इस अवसर पर परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक प्रकाश हिराणी ने कहा, व्यक्ति को चिन्तनात्मक दिशा में स्थिर करने में जैन धर्म के प्रारंभिक ज्ञान का महत्वपूर्ण योगदान है इसलिये प्रत्येक व्यक्ति को धर्म का प्रारंभिक ज्ञान होना नितांत आवश्यक है। क्योंकि प्रारंभिक ज्ञान का अभ्यास व्यक्ति को क्रिया में स्थिर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सभा में महिला परिषद की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती प्रेमादेवी गांधीमुथा ने कहा कि धार्मिक ज्ञान से परिपूर्ण करने एवं संस्कारों के सींचन के पावन उद्देश्य के साथ आचार्यश्री जयंतसेनसूरीश्वरजी मसा. के कल्याणकारी दिशा निर्देशन में यह प्रकल्प प्रारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में दक्षिण प्रांतीय महामंत्री डूंगरमल चोपड़ा ने कहा जिनशासन जयवंत है, प्रभावशाली है, गौरवशाली है, ऐसे जिनशासन को प्राप्त करना तथा शासन के प्रति जो समर्पण भाव बहुमानभाव है, उसमें दिन प्रतिदिन अभिवृद्धि होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि देश के 50 केंद्रों में तीन हजार विद्यार्थीयों ने परीक्षा दी गई। इस कार्यक्रम में दक्षिण प्रांतीय अध्यक्ष बाबूलाल सवानी, शाखा उपाध्यक्ष चंपालाल निमाणी, धार्मिक शिक्षा मंत्री मांगीलाल वेदमूथा, सह मंत्री प्रकाश ओस्तवाल, कोषाध्यक्ष दिनेश ओस्तवाल, बैंगलोर सेवा मंडल के अध्यक्ष वसंतकुमार वेदमूथा, राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य मधु ओस्तवाल, बेंगलूरु महिला परिषद अध्यक्ष कंचन पालगोता चौहान, कोषाध्यक्ष पिंकी बंदामुथा, संगठन मंत्री निशा चोपड़ा, कमेटी सदस्य मंजू कोठारी आदि उपस्थित रही।


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