
श्री कांठा प्रांत जैन संघ बेंगलूरु का गठन, सर्वसम्मति से श्रीपाल खीवेसरा अध्यक्ष नियुक्त
बेंगलूरु। राजस्थान के पाली मारवाड़ जिले की 52 गांव पट्टी के बेंगलूरु में निवासित 600 परिवारों को एक माला में पिरोते हुए श्री कांठा प्रांत जैन संघ बेंगलूरु का गठन किया गया। पिछले कुछ दिनों से गतिमान संघ गठन प्रक्रिया के अंतर्गत बेंगलूरु में निवासित कांठा प्रांतीय बंधुओं को 13 जोन के प्रतिनिधियों के चुनाव करवाये गये। श्रीरामपुरम स्थानक में सीए शांतिलाल सुराणा की अध्यक्षता एवं पारसमल बोहरा की सह अध्यक्षता में आयोजित जोन प्रतिनिधियों की बैठक में पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई, जिसमें श्रीपाल खीवेसरा को सर्वसम्मति से संघ का अध्यक्ष चुना गया। नव नियुक्त अध्यक्ष श्रीपाल खीवेसरा ने संघ के कार्यों का एजेंडा रखते हुए स्वजन उत्थान, बिज़नस नेटवर्किंग, तत्कालिक सेवा, विमेन एम्पावरमेंट, एज्युकेशनल असिस्टेंस, आवास अनुदान, मेट्रीमोनी जैसी बुनियादी जरुरतों को प्राथमिकता दी। उन्होंने “हमारा संकल्प-विकसित कांठा प्रांत” का नारा देते हुए कांठा समाज को सुदृढ़ बनाने का संकल्प दोहराया। सभा अध्यक्ष सीए शांतिलाल सुराणा एवं सह अध्यक्ष पारसमल बोहरा ने कांठा प्रांत के रीति रिवाजों, व्यवहार एवं पुरानी परंपराओं को याद किया तथा संघ उत्थान में सभी के सहयोग की कामना की।
संघ सलाहकार के रुप में शांतिलाल सुराणा, शांतिलाल खीवेसरा, प्यारेलाल टपरावत, पारसमल बोहरा, अमरचंद गुंदेचा, भंवरलाल बोहरा व गणेशमल गुगलिया अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। कांठा संघ के अध्यक्ष श्रीपाल खीवेसरा ने पदाधिकारियो की नियुक्ति करते हुए राजेन्द्र कोटरिया, अशोक गुगलिया, उत्तमचंद कोठारी, मिश्रीमल कटारिया व रमेश बोहरा को उपाध्यक्ष, हंसराज मुनोत को महामंत्री, सिद्धार्थ बोहरा को प्रचार-प्रसार मंत्री, सुरेश भंडारी, किशोर बोहरा, मनसुख गांधी, महेन्द्र एस कटारिया, उत्तमचंद भलगट व प्रकाश चनौदिया को सह मंत्री, प्रकाश गुगलिया को सोशल मीडिया, ताराचंद जी. गुगलिया को कोषाध्यक्ष, महेन्द्र मुथा व प्रकाश ए भलगट को सहकोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही सोहनलाल एम गुगलिया, प्रकाश गांधी व प्रकाश टपरावत को कार्यकारिणी सदस्य के रुप में सम्मिलित किया। सभा में जोन प्रतिनिधियों ने संघ उत्थान हेतु अपने सुझाव रखे। सभा का संचालन महामंत्री हंसराज मुनोत ने किया तथा आभार प्रचार-प्रसार मंत्री सिद्धार्थ बोहरा ने व्यक्त किया।