मिलावट पर नकेल कस रहा “शुद्ध आहार मिलावट पर वार” अभियान, 11,425 किलो अशुद्ध खाद्य करवाया नष्ट
बीकानेर। "शुद्ध आहार मिलावट पर वार" अभियान के अंतर्गत जिले में खाद्य नमूनीकरण सहित विभिन्न गतिविधियां संचालित है। राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के अंतर्गत 15 फरवरी 2024 से शुरू हुए इस अभियान के अंतर्गत अब तक विभिन्न खाद्य पदार्थों के 1,282 नमूने लेकर जांच की गई है जबकि 11,425 किलो से अधिक हानिकारक पाए गए खाद्यों को मौके पर ही नष्ट करवाया गया है।
शनिवार को प्रेस वार्ता में संबोधित करते हुए संयुक्त निदेशक बीकानेर जोन डॉ देवेंद्र चौधरी, सीएमएचओ डॉ. मोहित सिंह तंवर ने बताया कि आमजन को शुद्ध सुरक्षित एवं पौष्टिक खाद्य उपलब्ध हो सके यही राज्य सरकार का ध्येय है। इसके लिए चार खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के दल द्वारा जिले भर में नियमित निरीक्षण, नमूनीकरण के कार्य तो जारी ही है साथ ही खाद्य संरक्षा मानक प्राधिकरण के निर्देशानुसार ईट राइट,फॉस्टैक ट्रेनिंग व लाइसेंस शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों में मिलावट की पुख्ता सूचना देने वाले के लिए मुखबिर योजना के अंतर्गत ₹50,000 ईनाम का भी प्रावधान है।
तंवर ने जानकारी दी कि बीकानेर जिले में अभियान के अंतर्गत कुल 411 संस्थाओं के निरीक्षण कर 572 नमूने अधिनियम के अंतर्गत तथा 710 नमूने सर्विलांस के अंतर्गत लिए गए हैं। उनके नमूनों में से 62 नमूने सब स्टैंडर्ड, 16 नमूने मिस ब्रांड तथा 8 नमूने अनसेफ प्रकृति के पाए गए। इन प्रकरणों में 66 प्रकरण एसडीएम कोर्ट में प्रस्तुत किए जा चुके हैं। वर्ष 2023-24 की अवधि में एडीएम कोर्ट द्वारा कुल 13, 48,000 रूपए की शास्ती भी लगाई जा चुकी है। उक्त अवधि के दौरान दूषित एवं अवधिपार मसाले, मिठाई, दूध आदि कुल 11,425 किलोग्राम खाद्य सामग्री जनहित में नष्ट करवाई गई है। उन्होंने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए जिले में मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब भी संचालित है जिससे आम जनता बिना किसी शुल्क के खाद्य पदार्थ की जांच करवा सकती है। अब तक मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब द्वारा 3,046 खाद्य पदार्थों की मौके पर ही जांच की जा चुकी है उक्त नमूने में से 9 नमूने अमानक पाए गए हैं। उपनिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क हरिशंकर आचार्य ने मीडिया बंधुओ से अभियान को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की। खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानु प्रताप सिंह गहलोत, श्रवण वर्मा व सुरेंद्र कुमार ने मीडिया कर्मियों के प्रश्नों के जवाब दिए। जिला कार्यक्रम समन्वयक मालकोश आचार्य मौजूद रहे।
शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान की अन्य उपलब्धियां
बीकानेर जिले में फॉस्टेक ट्रेनिंग के 12 कैम्प का आयोजन कर लगभग 700 खाद्य कारोबारकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा चुक़ा है।
10 ईट राईट कैम्पस की प्री ऑडिट एवं ट्रेनिंग दी जा चुकी है। पोस्ट ऑडिट की कार्यवाही की जा रही है।
6 मंदिरों को BHOG (Blissfull Hygienic Offering to God) सर्टिफाईड करवाने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
रोडवेज बस स्टैण्ड गंगानगर रोड एवं लालगढ रेलवे स्टेशन को ईट राईट स्टेशन सर्टिफाईड करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
2 फल एवं सब्जी मंडी को ईट राईट सर्टिफिकेट की कार्यवाही प्रकियाधीन है।
8 ईट राईट स्ट्रीट फूड हब को भी सर्टिफिकेट की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
15 राजकीय स्कूलों को शुद्ध आहार सुरक्षित आहार के संबंध में जानकारी देने हेतु चयन कर रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है।
खाद्य कारोबारकर्ताओं को 14 कैम्प लगाकर मौके पर ही 181 लाईसेंस एवं रजिस्ट्रेशन जारी किये जा चुके है। बिना लाईसेंस एवं रजिस्ट्रेशन के खाद्य कारोबार करने पर धारा 63 / 58 के तहत सजा एवं जुर्माने का प्रावधान है।जिले में 40 हाई रिस्क खाद्य कारोबारकर्ताओं की ऑडिट की जा रही है।