दानी बने, पात्रता बढ़ाएं व इंद्रियों को वश में करें : राष्ट्रसंत श्री वसंत विजय जी महाराज – Chhotikashi.com

दानी बने, पात्रता बढ़ाएं व इंद्रियों को वश में करें : राष्ट्रसंत श्री वसंत विजय जी महाराज

                              श्रीकृष्णगिरि शक्ति महोत्सव में जगत जननी देवी मां के नाम की महिमा का गुणगान     महाभिषेक, हवन यज्ञ में आहुतियों की अलौकिक ऊर्जा से लाभान्वित हो रहे हजारों श्रद्धालु     कृष्णगिरि। श्री पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम में नवरात्रि पर्व के मद्देनज़र श्रीकृष्णगिरी शक्ति महोत्सव के तहत विश्व स्तरीय स्वर्ग तुल्य पंडाल में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के दूसरे दिन चित्रा नक्षत्र में जगत जननी पार्वती स्वरूपा देवी मां ब्रह्मचारिणी का विस्तार से वृतांत सुनाया गया। साथ ही संगीतमय भजन, स्तोत्र की व्याख्या, स्तुति वाचन भी गूंजायमान हुई। शक्तिपीठाधीपति, राष्ट्रसंत, पूज्य गुरुदेव डॉ वसंत विजय जी महाराज ने इस दौरान कहा कि इस सांसारिक जगत में व्यक्ति को सच्ची श्रद्धा व भक्ति के लिए स्वयं को तप से इंद्रियों को वश में करना होगा। साथ ही दान एवं पात्र तथा पात्रता को विस्तार से परिभाषित करते हुए उन्होंने दानी बनने व पात्रता बढ़ाने पर भी विशेष जोर दिया, तभी आपकी भी कीमत बनेगी यही नहीं धन, सुख, ऐश्वर्य, यश व कीर्ति भी बढ़ेगी। चित्रा नक्षत्र को सार्वभौमिक नक्षत्र बताते हुए डॉ वसंत विजय जी महाराज ने कहा कि सबका मंगल कर व अनन्य कृपा प्रदान करना चित्रा नक्षत्र का स्वभाव है। उन्होंने कहा कि मां पद्मावती के नाम में ही अनंत महिमा है, जो इस जन्म में समृद्धि तथा अगले भव में मोक्ष प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि सुबह के सत्र में मां पद्मावती का केसर युक्त दूध से अभिषेक और शाम को हजार नामो व विविध वैदिक मन्त्रों की गूंज से हवन यज्ञ में आहुतियों से सिद्ध विधान हो रहा है। ऐसे में कृष्णगिरी के पावन तीर्थ में मां की भक्ति करने वालों पर निश्चित रूप से दैवीयकृपा व दिव्य अनुभव का चमत्कारिक आशीर्वाद प्राप्त होगा। डॉ संकेश छाजेड़ ने बताया कि काशी के 80 प्रज्ञावान पंडितों के माध्यम से 36 कुंडीय हवन में महालक्ष्मी कार्य सिद्धि महायज्ञ में सिद्ध साधक पूज्य गुरुदेव डॉ वसंत विजय जी महाराज के श्रीमुख से गुप्त व शुद्ध बीज मन्त्रों से आहुतियां दी जा रही है, इस महायज्ञ की आलौकिक ऊर्जा से हजारों श्रद्धालु लाभान्वित हो रहे हैं। रोम रोम को झंकृत करने वाली अतिभव्य सामूहिक पांच दीपों की महाआरती से भी जगत जननी की भक्तजन कृपा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया, दस दिवसीय आयोजन में दूसरे दिन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संस्कार चैनल व यूट्यूब चैनल थॉट योग पर लाइव प्रसारित किया गया।


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