देश की प्रगति के लिए सत्यनिष्ठ व कर्तव्यनिष्ठ बनें : राष्ट्रसंत डॉ वसंत विजय जी महाराज
भारत की दिव्यतम नवरात्रि में कष्टहारक कृष्णगिरी शक्ति महोत्सव में मंगलवार को शामिल होंगे राज्यपाल गेहलोत
देवी मां के अभिषेक, पूजन, शृंगार, कथा, हवन यज्ञ में आहुतियां जारी
कृष्णगिरि। श्रीपार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तीर्थ धाम के पीठाधीपति, राष्ट्रसंत, परम पूज्य गुरुदेव डॉ श्री वसंत विजय जी महाराज ने हर प्राणी, व्यक्ति का भला सोचने की सीख देते हुए कहा कि तभी तरक्की भी आएगी, मददगार व्यक्ति के लिए तरक्की के मायने भी बदल जाएंगे। साथ ही वर्तमान दौर में प्रत्येक व्यक्ति के लिए अपने प्रेरणादायक संदेश में उन्होंने यह भी कहा कि मनुष्य को सत्यनिष्ठ व कर्तव्यनिष्ठ बनना होगा, तभी व्यक्ति का परिवार व हमारा समाज तथा देश वैश्विक स्तर पर प्रगति की राह में अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि जगत जननी जीवनदायिनी मां की भक्ति ही प्रगति, मुक्ति और मोक्ष का मार्ग है। भक्ति की शक्ति एवं महिमा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि नवरात्रि के पर्व पर मां इस धरा के जीवों का कल्याण करने के लिए आती है, ऐसे समय में व्यक्ति को श्रद्धावान होकर ममतामयी मां की भक्ति करके कृपा प्राप्त करनी चाहिए। संतश्रीजी ने कहा कि आध्यात्म और भक्ति का नशा क्या होता है यह उसे ही पता चलता है जो इस नशे में गोता लगाता है। निश्चित ही उसका हृदय निर्मल हो जाता है। वे यहां कृष्णगिरी स्थित तीर्थ धाम में स्वर्ग तुल्य बने विश्व स्तरीय पंडाल में भारत की दिव्यतम नवरात्रि में कष्टहारक कृष्णगिरी शक्ति महोत्सव में श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा में अपने विचार रख रहे थे। उन्होंने नवरात्रि पर्व की पंचमी तिथि, सोमवार तथा विशेष अनुराधा नक्षत्र में स्कंद माता के दिव्य स्वरुप शक्तियों एवं लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने बताया देवी पार्वतीजी कार्तिकेय भगवान की मां स्कंद माता के रूप में पूजी जाती है तथा इन्हें मातृत्व का प्रतीक माना जाता है। सिद्ध साधक, राष्ट्रसंत डॉ वसंतविजयजी महाराज साहेब ने बताया हर देव की तिथि विशेष होती है, पाताल लोक की नागरानी मां पद्मावतीजी की पंचमी तिथि है। मंत्र शिरोमणि संतश्री ने कहा कि मां पार्वतीजी व पद्मावतीजी को पांच भोग, पांच प्रदक्षिणा व पांच प्रणाम करना चाहिए। पांच अंक को संतुलन का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि जीवन सही संतुलन से बनेगा। संतश्रीजी ने इस दौरान समस्त देवी –देवताओं को प्रसन्न करने तथा धन, बल, ज्ञान आकर्षित करने वाली शक्ति मुद्रा की सामूहिक दीक्षा दी। डॉ संकेश छाजेड़ ने बताया कि दस दिवसीय आयोजन में नियमित प्रतिदिन देवी मां का केशर मिश्रित दूध से महाभिषेक, पूजन, शृंगार, देवी भागवत कथा, 36 कुंड हवन यज्ञ में आहुतियां जारी है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संस्कार टीवी एवं यूट्यूब चैनल थॉट योग पर लाइव प्रसारित किया गया।
मंगलवार को आएंगे राज्यपाल थावरचंद गेहलोत..
डॉ संकेश छाजेड़ ने बताया कि कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत कृष्णगिरी शक्ति महोत्सव में 8 अक्टूबर, मंगलवार को शामिल होंगे। पूज्य गुरुदेव श्री डॉ वसंत विजय जी महाराज एवं देवी मां पद्मावतीजी में वर्षों से अपनी पूर्ण आस्था श्रद्धा रखने वाले गेहलोत समय-समय पर शीश नवाने मां के दरबार में आते रहे हैं।
नेपाल में कथा हवन की विनती हुई स्वीकार
पड़ोसी देश नेपाल से आए गुरु भक्त दंपति श्रीमती तारा संतराम चौधरी भी कृष्णगिरी शक्ति महोत्सव के 10 दिवसीय कार्यक्रम में मां की भक्ति कर रहे हैं। नेपाल के लूमेनी क्षेत्र से डिप्टी मेयर तारा चौधरी ने साधना के शिखर पुरुष, पूज्य गुरुदेव राष्ट्रसंत श्री वसंत विजय जी महाराज के समक्ष आगामी नववर्ष के जनवरी माह में नेपाल में कथा, हवन, अनुष्ठान की स्वीकृति की विनती की, जिसे संतश्रीजी ने स्वीकार किया।