संत साधु वासवानीजी की 145वीं जयंती पर आयोजित 25 नवम्बर को शाकाहार दिवस (मीटलेस डे) मनाने की अपील – Chhotikashi.com

संत साधु वासवानीजी की 145वीं जयंती पर आयोजित 25 नवम्बर को शाकाहार दिवस (मीटलेस डे) मनाने की अपील

              "सारा जीवन पवित्र है, क्योंकि सारी सृष्टि एक परिवार है"   पुणे। साधु टीएल. वासवानी संत साधु वासवानीजी की 145वीं जयंती के अवसर पर साधु वासवानी मिशन द्वारा पुणे में शनिवार को वार्षिक रथ यात्रा का आयोजन किया गया। यह वर्ष इस महोत्सव का 58वां वर्ष है। उल्लेखनीय है कि सन 1966 से इस उत्सव की परंपरा चली आ रही है। रथ यात्रा के माध्यम से नागरिकों को अहिंसा और पशु अधिकारों के प्रति जागृत करने हेतू अपील की जाती है। विश्व भर से नागरिकों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करना ही इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य है। साधु वासवानी मिशन से शुरू हुयी यह रथ यात्रा और पुणे कैंप क्षेत्र की मार्गों से निकलकर पुनः साधु वासवानी मिशन में समाप्त हुई। साधु वासवानीजी और दादा जेपी. वासवानीजी की भव्य प्रतिमा स्थापित रथ, साथ ही एक अंतरिक्ष यान जैसा वाहन इस यात्रा का मुख्य आकर्षण था। इस रथ से पुणे कैंप क्षेत्र में करीब पांच किलोमीटर की यात्रा आयोजित की गई। साधु वासवानी मिशन की प्रमुख दीदी कृष्णाकुमारीजी ने रथ यात्रा का नेतृत्व किया और सहभागी साधकों और नागरिकों को प्रसाद वितरित किया। प्राणी मात्र के प्रति दया और करूणा दर्शाने वाले विभिन्न संदेश दिये गये। इस रथयात्रा में भजन-कीर्तन गायकों के साथ सैकड़ों साधक जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। रथ यात्रा पदमजी कंपाउंड और कोहिनूर होटल इन दो स्थानों पर रुकी। उस समय दादा जेपी. वासवानी का रिकार्डेड भाषण उपस्थित श्रद्धालुओं एवं साधकों को सुनाया गया। इसके माध्यम से भक्ति और अहिंसा-प्रेम का संदेश देने के लिए भक्तों को प्रेरित किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए, दीदी कृष्णाकुमारीजी ने कहा कि संत साधु वासवानी ने सभी प्राणियों से प्रेम करने का संदेश दिया है। इस अवसर पर दीदी ने अपने करुणा भरे संदेश के माध्यम से नागरिकों को 25 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय शाकाहार दिवस यानी मीटलेस डे दिवस मनाने की अपील की। प्राकृतिक स्वास्थ्य और शक्ति के संरक्षण के लिए शाकाहार सबसे अच्छा विकल्प है, इन शब्दों से दीदी कृष्णाकुमारीजी नें नागरिकों का मार्गदर्शन किया। रथ यात्रा में भाग लेने हेतू मॉरिशस से आइ साधक बीना ने कहा, 'रथ यात्रा में भाग लेकर यहां के भावपूर्ण वातावरण ने मुझे आध्यात्मिक रूप से आगे बढ़ने के लिए और भी अधिक प्रेरित किया है।'      


Join Whatsapp 26