आध्यात्मिकता व मानवता के प्रति अद्वितीय योगदान समर्पण पर आचार्यश्री देवेंद्र सागरसूरीजी लंदन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नामित
गौतमचंद धारीवाल ने दी जानकारी, 5 जनवरी को चेन्नई में होगा भव्य समारोह
चेन्नई। जिनके कुशल मार्गदर्शन से राजकीय क्षेत्र हो उद्योगपति अथवा विशिष्ट व्यक्तित्व सभी अपने-अपने कार्य क्षेत्र में सफलता का परचम फहराते हैं। भारत के लगभग हर राज्य अथवा विभिन्न महानगरों, शहरों सहित नेपाल तक में पद विहार यात्रा कर जन-जन को अपने प्रेरणादाई, प्रेरक प्रवचन से लाभान्वित किया है आचार्यश्री डॉ देवेंद्र सागर सुरीशवारजी महाराज साहब ने। जी हां, राष्ट्रसंत, शासन सौभाग्य तिलक आचार्यश्री को लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में मान्यता पूर्वक सम्मान दिया गया है। यह जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता, धर्मनिष्ठ गुरुभक्त व्यक्तित्व गौतमचंद धारीवाल ने दी। उन्होंने बताया कि आगामी नववर्ष में 5 जनवरी को चेन्नई में एक भव्य धार्मिक समारोह में आचार्यश्री आचार्यश्री को लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का सर्टिफिकेट संस्था के अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों द्वारा विधिवत रूप से भव्यता के साथ प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान उनकी आध्यात्मिकता एवं मानवता के प्रति अद्वितीय योगदान और समर्पण की विद्वत्ता के परिचायक के रूप में उन्हें प्रदान किया गया है। निश्चित ही यह समस्त जैन समाज के लिए गौरवान्वित भरा है, क्योंकि जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागछिय संघ में आचार्यश्री डॉक्टर देवेंद्र सागर सुरीश्वर जी द्वारा हर क्षेत्र चाहे वह संगीत, राजनीति या संत समाज, व्यावसायिक हो या शिक्षा का क्षेत्र यानी कुल मिलाकर विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों ने आपश्री का सानिध्य पाकर अपना जीवन उद्धारकमय अथवा धन्य किया है। धारीवाल के मुताबिक 12 जनवरी, 1961 को कोल्हापुर में जन्मे साहित्य एवं गौप्रेमी, सरल स्वभावी, मृदुभाषी, साहित्य विषारद आचार्यश्री देवेंद्र सागर जी की पहचान ही सहृदयता व उदारता है। युवा पीढ़ी को सही दिशा, मार्गदर्शन देने का कार्य आचार्यश्री की प्राथमिकताओं में शामिल है।