बीकानेर, 18 जून। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में चल रहा ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ राजस्थान में जल चेतना और जन सहभागिता की ऐतिहासिक मिसाल बन चुका है।
जिले के नाेखा से पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नाेई ने बुधवार काे भाजपा संभाग कार्यालय में जिलाध्यक्ष श्याम सुंदर पंचारिया, सुमन छाजेड़ की माैजूदगी में पत्रकाराें से कहा कि यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी से बनी जल जागरूकता की क्रांति है। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशमी के अवसर पर इसकी शुरुआत हुई और 15 जून तक इसने पूरे प्रदेश को जल संरक्षण के लिए एकजुट कर दिया। रामजल सेतु लिंक परियोजना से 17 जिलों के 4 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को जल मिलेगा 88 हजार कार्यक्रमों और 77 लाख से अधिक लोगों की सहभागिता से बना — जनसहभागिता का जनांदोलन।5 जून से 15 जून तक पूरे राज्य में करीब 88,000 कार्यक्रम आयोजित किए गए और 77 लाख से अधिक लोगों ने सहभागिता दर्ज की इन कार्यक्रमों के अंतर्गत 15330 जल स्रोतों की सफाई, 9059 सरकारी कार्यालयों, गौशालाओं, पशु चिकित्सालयों की सफाई, 3802 ग्राम सभाएं, 3582 प्रभात फेरियां, 966 रात्रि चौपालें और 7926 जल पूजन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।विश्नोई ने कहा इस अभियान की प्रेरक शक्ति इस अभियान में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही। उन्होंने जल स्रोतों की सफाई, वृक्षारोपण और जनजागरूकता कार्यक्रमों में अग्रणी भूमिका निभाई। यह इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं जल संरक्षण को लेकर अधिक सजग, संवेदनशील और समर्पित हैं।
प्रेस कांफ्रेंसमें मीडिया संयोजक मनीष सोनी, पवन स्वामी, दिलीप सिंह, इंद्रचंद मालू उपस्थित रहे।