बेंगलूरु। यहां एवेन्यू रोड स्थित श्री मुनिसुब्रत स्वामी राजेन्द्र जैन श्वेताम्बर मंदिर में आचार्य भगवंतश्री जयानंदसूरीश्वरजी महाराज के शिष्यरत्न विवेकविजयजी महाराज साहब की पावन निश्रा में संतश्री हेतविजयजी महाराज साहब एवं श्रमणीवृंद के तत्वावधान में तपस्वीरत्ना सुश्राविका श्रीमती प्रेमाबेन गांधी मुथा का पच्चकान कार्यक्रम आयोजित हुआ। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय श्री राजेंद्र जैन सूरी महिला परिषद की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती प्रेमाबेन द्वारा 72 दिवसीय श्री राजेंद्र सूरी तप आराधना अठाई के पारने सरीखी तप आराधना महान तपस्या संपन्न की। इस दौरान ट्रस्ट के अध्यक्ष भंवरलाल कटारिया संघवी ने पचकान कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए तपस्वीरत्न की जिनधर्म आराधना तपस्या की भूरी भूरी प्रशंसा की। परिषद के दक्षिण भारतीय महामंत्री डूंगरमल चोपड़ा ने बताया कि राजेंद्र सूरी तप के अलावा अनेक तपस्याएं की है, जिनमें 51 उपवास, 501 आयंबिल,
मासक्षमण, 11 उपवास, अट्ठाई, श्रेणी तप, उपधान तप, वर्षीतप, नवकार आराधना आदि अनेक तपस्याएं की है। यही नहीं, पुण्य सम्राट के मार्ग दर्शन में 2012 का चातुर्मास सायला में उपधान तप कराने का लाभ भी आपके परिवार को मिला है। श्रीमती प्रेमाबेन के पिता हस्तीमलजी व माता श्रीदेवीजी के आशीर्वाद से, संस्कार का मुकुट धारण किया है। चोपड़ा बोले कि गांधी मुथा परिवार, परिषद परिवार, संघ समाज आपकी घोर तपस्या से गौरवान्वित है। निश्चित ही प्रेमाबेन समाज के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। इस दौरान रमेश कुमार भंडारी ने तपस्या को महान बताते हुए अनुमोदनीय विचार रखे। चंपालाल ओसीजी ने कार्यक्रम का संचालन किया। चोपड़ा ने बताया कि बेंगलूरु सहित अनेक शहर कस्बों से परिषद से जुड़ी सदस्याओं ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की तथा प्रेमाबेन को कठोर तपस्या करने पर अनुमोदना की। इस अवसर पर तपस्वीरत्ना श्रीमती प्रेमाबेन का ट्रस्ट मंडल द्वारा अनुमोदनीय बहुमान भी किया गया। परिषद के दक्षिण भारत के अध्यक्ष बाबूलाल सावनी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। सायला के सकल श्रीसंघ ने भी अनुमोदनीय उपस्थिति दर्ज कराई। मांगीलाल गांधी मुथा ने भी विचार रखे।