नई दिल्ली में एफडब्ल्यूए के 8वें इंडस्ट्री–अकेडेमिया एनुअल कॉन्क्लेव 2025 में मिला सम्मान
नई दिल्ली। सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन (एसइएफ) के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) संजय बी. चोरडिया को शिक्षा और उद्योग क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘पद्मविभूषण डॉ. मुरली मनोहर जोशी लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान फेडरेशन फॉर वर्ल्ड एकेडेमिक्स (एफडब्ल्यूए) व एजुकेशन पोस्ट न्यूज़ (ईपीएन) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एफडब्ल्यूए के 8वें "इंडस्ट्री–अकेडेमिया एनुअल कॉन्क्लेव 2025" के दौरान होटल ले मेरिडियन, नई दिल्ली में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार पद्मविभूषण डॉ. मुरली मनोहर जोशी के करकमलों से ही प्रदान किया गया। डॉ. जोशी भारत के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख शिल्पकारों में से एक हैं। इस सम्मान पर अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए प्रो. डॉ. चोरडिया ने कहा कि डॉ. जोशी के मानव संसाधन विकास मंत्री के कार्यकाल में ही 1999 में सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन की स्थापना हुई थी। उनकी दृष्टि और आशीर्वाद से हमारी संस्था ने निरंतर प्रगति की है। उनके हाथों से यह सम्मान प्राप्त करना मेरे लिए अत्यंत गर्व और भावनात्मक क्षण है। उल्लेखनीय है कि प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद, उद्योग और प्रबंधन विशेषज्ञ, मोटिवेशनल कोच और समाजसेवी हैं। उनके दूरदर्शी नेतृत्व में सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन आज सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स (एसजीआई) के रूप में विकसित हुआ है। एसजीआई के अंतर्गत 25 से अधिक मान्यता प्राप्त संस्थान संचालित हैं, जिनमें के–12 स्कूल, जूनियर कॉलेज, उच्च शिक्षा संस्थान, अनुसंधान केंद्र, नवाचार एवं इनक्यूबेशन केंद्र और उत्कृष्टता केंद्र शामिल हैं।
एसजीआई में बिजनेस मैनेजमेंट, सूचना प्रौद्योगिकी, होटल प्रबंधन, फैशन और इंटीरियर डिजाइन, एनीमेशन, साइबर सिक्योरिटी, फिजियोथेरपी, विधि, फार्मेसी, नर्सिंग, होम साइंस, टीचर एजुकेशन, कला और वाणिज्य सहित कई विषयों में स्नातक, स्नातकोत्तर और अनुसंधान पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। डॉ. चोरडिया भारतीय मूल्यों और वैश्विक दृष्टिकोण के अद्वितीय संगम के प्रतीक हैं।उन्होंने कठोर शैक्षणिक मानकों को नवाचारी शिक्षण पद्धतियों के साथ जोड़कर शिक्षा को अधिक प्रभावी और विद्यार्थी-केंद्रित बनाया है। कार्यक्रम में स्वागत भाषण एफडब्ल्यूए डॉ. इरफान ए. रिज़वी द्वारा किया गया। जबकि मुख्य वक्ता प्रो. जीसी. त्रिपाठी, पूर्व कुलपति, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय थे। इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में ‘पद्मविभूषण डॉ. मुरली मनोहर जोशी टीचर्स अवॉर्ड 2025’ प्रदान किए गए, जिनमें लाइफटाइम अचीवमेंट, लीजेंडरी टीचर्स और टीचर्स सम्मान जैसी तीन श्रेणियाँ शामिल थीं। अन्य प्रमुख लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्राप्तकर्ताओं में शामिल थे डॉ. जी. विश्वनाथन, कुलाधिपति, वीआईटी वेल्लोर, प्रो.डॉ. समित रे, कुलाधिपति, आदमास यूनिवर्सिटी, कोलकाता, डॉ मधु चितकारा, प्रो-कुलाधिपति, चितकारा यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़, डॉ. निरंजन कुमार, कुलपति, एसडीएम यूनिवर्सिटी, धारवाड़.
कार्यक्रम का समापन पद्मविभूषण डॉ. मुरली मनोहर जोशी के प्रेरणादायक उद्बोधन के साथ हुआ, जिसने उपस्थित शिक्षाविदों को शिक्षा क्षेत्र में नवाचार और परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।सूर्यदत्त परिवार की ओर से भी अपने आदरणीय चेयरमैन प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया को इस विशिष्ट सम्मान के लिए हार्दिक बधाई एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी गईं।