सूर्यदत्त संस्थान का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थी को उद्योग-योग्य बने : डॉ संजय बी चोरड़िया
पुणे। सूर्यदत्त इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन (एसआईएमएमसी) व सूर्यदत्त इंस्टिट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (एसआईबीएमटी), बावधन, पुणे के संस्था द्वारा वाई महाबलेश्वर स्थित मैप्रो पार्क और चीज़ फैक्टरी में औद्योगिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस औद्योगिक दौरे में 75 मॅनेजमेंट के विद्यार्थी एवं 13 प्राध्यापक शामिल हुए। इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को कक्षा में सिखाए जाने वाले सिद्धांतों को प्रत्यक्ष औद्योगिक अनुभव से जोड़ना था। मैप्रो पार्क में विद्यार्थियों ने फल प्रसंस्करण, बॉटलिंग, लेबलिंग व गुणवत्ता नियंत्रण सहित आधुनिक खाद्य प्रसंस्करण और पैकेजिंग संचालन का गहन अनुभव प्राप्त किया। उन्होंने उद्योग में तकनीक, ऑटोमेशन एवं डेटा प्रबंधन के महत्व को समझा, जो उत्पाद की गुणवत्ता बनाए रखने और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसके बाद एमसीए विद्यार्थियों ने चीज़ फैक्टरी का दौरा किया, जहाँ उन्हें दूध संग्रह, पाश्चरीकरण, फर्मेंटेशन और अंतिम पैकेजिंग तक की पूरी चीज़ उत्पादन प्रक्रिया का सविस्तर मार्गदर्शन मिला। फैक्टरी के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को बताया कि आधुनिक मशीनों व सॉफ्टवेयर सिस्टम्स की मदद से उत्पादन प्रक्रियाओं की निगरानी और अनुकूलन कैसे किया जाता है।
इस औद्योगिक भ्रमण से विद्यार्थियों को सप्लाई चेन मैनेजमेंट, प्रक्रिया ऑटोमेशन, गुणवत्ता आश्वासन, डेटा आधारित संचालन, और आईटी व प्रबंधन सिद्धांतों के व्यावहारिक उपयोग के बारे में मूल्यवान जानकारी मिली। विद्यार्थियों ने प्रत्यक्ष उद्योग में कामकाज देखकर सिद्धांतों का वास्तविक प्रयोग समझा, जिससे उनके व्यावसायिक कौशल और उद्योग-योग्यता का विकास हुआ।
भ्रमण का समापन एक ओपन इंटरैक्शन सत्र से हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए और औद्योगिक कार्यप्रणाली को प्रत्यक्ष देखने का अवसर देने के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। विद्यार्थियों ने कहा कि यह अनुभव उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक कौशल को विकसित करने में अत्यंत उपयोगी रहा। सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने इस औद्योगिक भ्रमण के संदर्भ में कहा कि शैक्षणिक सिद्धांतों और उद्योग के प्रत्यक्ष अनुभवों का समन्वय करने से विद्यार्थियों की दक्षता और कौशल में वृद्धि होती है। सूर्यदत्त संस्थान का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों को उद्योग-योग्य बनाना है। विद्यार्थियों ने कहा कि प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया की दूरदर्शिता के कारण उन्हें औद्योगिक प्रक्रियाओं की गहन जानकारी और भविष्य के करियर के लिए मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। यह औद्योगिक भ्रमण केवल शैक्षणिक अनुभव तक सीमित नहीं रहा, बल्कि विद्यार्थियों की व्यावसायिक दृष्टिकोण, समस्या-समाधान क्षमता और उद्योग-योग्यता के विकास में अत्यंत सहायक सिद्ध हुआ।