
तंदुरुस्त शरीर, शांत मन और स्वास्थ्यदायी आदतें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं : डॉ संजय बी. चोरडिया
सूर्यदत्त में स्वस्थ युवा पीढ़ी, सुदृढ़ जीवनशैली व सकारात्मक प्रणाली का संदेश, फिटनेस मॉडल्स सम्मानित
पुणे, छोटीकाशी न्यूज नेटवर्क। आज के डिजिटल युग में युवाओं में जोश, ऊर्जा और क्षमता भरपूर है, लेकिन नियमित व्यायाम की आदत अक्सर पीछे छूट जाती है। इसी पृष्ठभूमि में सूर्यदत्त इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस फिटनेस अकादमी की ओर से फिटनेस के महत्व को समझाने और छात्रों में स्वस्थ जीवनशैली के प्रति एक प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान फिटनेस के क्षेत्र में प्रेरणादायी रोल मॉडल्स क्रमशः राजकुमार सुराणा, दीपक तोशनीवाल व बाल कुलकर्णी का सूर्यदत्त की ओर से सम्मान किया गया। इस मौके पर बिजनेस स्ट्रैटेजिस्ट दीपक तोशनीवाल ने कहा कि शरीर स्वस्थ होगा तो हम समाज के लिए अधिक काम कर सकेंगे। उन्होंने कहा, फिटनेस केवल आदत नहीं, बल्कि जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है। डेलकॉन्स स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट्स
बाल कुलकर्णी ने कहा कि करियर के साथ फिटनेस को भी समान महत्व देना चाहिए, क्योंकि मजबूत स्वास्थ्य ही जीवन का आधार है। जयपाल प्रिंटिंग प्रेस राजकुमार सुराणा ने कहा कि केवल पढ़ाई से ज्ञान तो बढ़ता है, लेकिन दीर्घकालीन सफलता के लिए शारीरिक तंदुरुस्ती उतनी ही जरूरी है। कार्यक्रम के समापन पर प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, पढ़ाई और काम से प्रगति तो होती ही है, लेकिन उस प्रगति का आनंद लेने के लिए शरीर व मन का स्वस्थ होना अनिवार्य है। क्या करना चाहिए, यह सबको पता होता है, लेकिन उसे नियमित रूप से करना एवं दूसरों को प्रेरित करना ही सार्थक जीवनशैली है। उन्होंने सूर्यदत्त में लर्निंग बाय डूइंग के साथ लिविंग बाय बिंग फिट को भी संस्कार के रूप में दृढ़ करने की घोषणा की। उपाध्यक्ष सुषमा संजय चोरडिया ने कहा कि, बाहरी सुंदरता के साथ-साथ हमारा आंतरिक स्वास्थ्य अच्छा होना सबसे जरूरी है। विद्यार्थियों को अपनी दिनचर्या में थोड़ा समय स्वयं के लिए अवश्य निकालना चाहिए। कार्यक्रम का नियोजन व समन्वय स्वप्नाली कोगजे, प्रमुख पीआर ने संभाला। प्राचार्य सूर्यदत्ता इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस डॉ. सीमी रेठरेकर ने विद्यार्थियों को बताए गए सभी स्वास्थ्य मंत्रों का नियमित पालन करने का आह्वान किया। एवीपी. सिद्धांत चोरडिया ने सभी का आभार जताया। उल्लेखनीय है कि सूर्यदत्त में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए स्वास्थ्य मार्गदर्शन पर विशेष ध्यान दिया जाता है। साइकिलिंग, वॉकिंग, रनिंग, ट्रेकिंग जैसी प्रकृति से जुड़ी गतिविधियों से लेकर विभिन्न खेलों तक छात्रों को सक्रिय रखने के अनेक उपक्रम चलाए जाते हैं। नियमित शारीरिक फिटनेस और मानसिक प्रसन्नता का संतुलन बनाए रखने के लिए हर छात्र को अपनी पसंद का स्वास्थ्य–संबंधी उपक्रम चुनने की स्वतंत्रता दी जाती है।
विद्यार्थियों के जीवन में फिटनेस को एक आवश्यक दिनचर्या बनाने के उद्देश्य से सायकलथॉन, मैराथॉन, विभिन्न खेल प्रतियोगिताएँ और स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं। इन उपक्रमों से छात्रों में केवल तंदुरुस्ती ही नहीं बढ़ती, बल्कि टीम स्पिरिट, सहयोगभाव और सकारात्मक जीवनशैली जैसी मूल्यों का भी विकास होता है। सूर्यदत्त की यह सर्वसमावेशी फिटनेस संस्कृति विद्यार्थियों को स्वस्थ, ऊर्जावान एवं आत्मविश्वासी व्यक्तित्व निर्माण में सहायक साबित होती है।
