सामाजिक एकजुटता में प्रशासन व सत्ता में भागीदारी विषयक परिवर्तन की ओर से आयोजित अधिवेशन में जुटे – Chhotikashi.com

सामाजिक एकजुटता में प्रशासन व सत्ता में भागीदारी विषयक परिवर्तन की ओर से आयोजित अधिवेशन में जुटे

           
बीकानेर। दलित समाज के उत्थान हेतु पूर्णत: समर्पित संस्था परिवर्तन की ओर से यहां रविवार को टाऊन हॉल में सामाजिक एक  जुटता से प्रशासन एवं सत्ता में भागीदारी विषयक अधिवेशन केंद्रीय अध्यक्ष वेदवीर सिंह आदिवासी की अध्यक्षता में किया गया। मुख्यातिथि संस्था प्रमुख   चौ. विनोद अम्बेडकर ने अधिवेशन के प्रारंभ में बाबा साहेब अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पार्पित कर समूहगान किया। जिलाध्यक्ष विपुल चांगरा ने बताया कि   चौ. विनोद अम्बेडकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आप लोग अपनी दशा तो देखो, ना शिक्षा में ना प्रशासन में, ना सत्ता में, जनसंख्या अनुपात में   हिस्सोदारी ना सामाजिक सम्मान, कहीं भी तो नहीं हो। इसीलिए अत्याचार पर अत्याचार हम पर होते हैं। आखिर कब तक गरीबी और जिल्लत का जीवन   जीऐंगे। मैं अंतिम पायदान की जातियों को शिक्षा, प्रशासन एवं सत्ता में भागीदारी दिलाना चाहता हूं जो सामाजिक एकजुटता के बिना संभव नहीं है। अगर   प्रशासन और सत्ता में भागीदारी नहीं होगी तो आप के साथ अत्याचार खत्म नहीं होंगे और ना ही हकमारी रुकेगी। फूले अम्बेडकर कांशीराम की   विचारधारा से सामाजिक एकजुटता पैदा करने में सहयोग करें तो प्रशासन और सत्ता में भागीदारी बोनस में मिलेगी। केंद्रीय अध्यक्ष वेदवीर सिंह   आदिवासी ने कहा कि अधिकांश दलित संगठन एवं नेता व्यक्तिगत स्वार्थ हित में कार्य कर रहे हैं, जबकि इनकी मंशा स्वयं को नहीं बल्कि समाज को   लाभान्वित करने की है। सोनू सिंह, सोहनलाल चांवरिया, उषा चरनाल, रविंद्र पंवार, आनंदमल चौहान, डॉ. बी.आर.जेदिया, नंदलाल जावा, शिवलाल तेजी, निर्मला बलवेश चांवरिया ने भी विचार रखे। अधिवेशन में मुख्य रुप से मोहनलाल गोड़ीवाल, रामबाबू, सूरज डागर, दिलीप कुमार, प्रवीण लखन, अजय डंडोरिया, मुकेश गोयर, साजन खराडिया, राजेश मल्होत्रा, अजीत कल्ला, विनोद जावा, कैलाश चावरिया, जयदेव सिंह जावा, अभिषेक डेनवाल, सुजीत, राहुल, आचार्य ओमप्रकाश घारु, श्यामलाल, अमित तेजी, विनोद कुमार, श्यामलाल, खुशबू घारु भी मौजूद रहे।


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