3 सितम्बर को होगा ब्राह्मणों का महासंगम, राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने जानकारी दी
बीकानेर 22 जून। सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा आगामी 3 सितम्बर को जयपुर में ब्राह्मणों का महासंगम होगा। जिसमें प्रदेश के हर बूथ से कम से कम 10 ब्राह्मणों को आमन्त्रित किया जायेगा। इसके लिये प्रदेश के कुल 51 हजार बूथो पर समाज के बंधुओं से सम्पर्क किया जायेगा और 200 विधानसभाओं के प्रभारी बनाये जा रहे है। सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने यह जानकारी आज बीकानेर सर्किट हाउस ब्राह्मण समाज के 16 घटक के पदाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दी।
बैठक में गौड़ ब्राह्मण समाज के जिला संरक्षक वाई के योगी, राजस्थान ब्राहमण मंच के प्रदेश अध्यक्ष बनवारी शर्मा, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण समाज की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता गौड़, छःन्याति ब्राह्मण समाज के जिला अध्यक्ष भंवर लाल पारीक, छःन्याति युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गजानंद शर्मा, छःन्याति ब्राह्मण समाज के राजनीतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजीव शर्मा,सनाढ्य ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष किशन पांडे शिव प्रसाद गौड़ , बीकानेर प्रधान लालचंद आसोपा,श्रवण पालीवाल,अरुण पाण्डे,शिव चंद तिवाड़ी, डॉक्टर शिव प्रसाद जोशी, देवेंद्र भारद्वाज,किशन जोशी,नरेंद्र नाथ पारीक, सुधीर पारीक ,प्रदीप माहेश्वरी,संतोष शर्मा,सुभाष दाधीच, रमेश शर्मा, मौजूद थे । स्थानीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्षों ने श्री मिश्रा का यहां सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में स्वागत किया। इससे पहले ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने ब्राह्मण महासंगम पोस्टर का विमोचन किया।
पं. सुरेश मिश्रा ने बताया कि बताया कि 3 सितम्बर को आने वाले महासंगम के प्रति समाज का जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इसलिये इसबार पहलीबार प्रदेश की 200 की 200 विधानसभाओं से समाज बंधुओं को जयपुर बुलाया जायेगा और समाज हित में जो भी निर्णय इस महासंगम में लिये जायेगें उन्हें समाज के हर तबके तक पहुंचाया जायेगा।
मिश्रा ने बताया कि इस महासंगम में ब्राह्मण अस्मिता को मजबूत करने, समाज को एकजूट करने साथ ही राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से समाज की ताकत को बढाना, एक मात्र उद्देश्य होगा। मुख्य एजेण्डे के रूप में 14 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग, भगवान परशुराम विश्वविद्यालय की स्थापना, भगवान परशुराम जी की 111 फीट प्रतिमा की स्थापना, प्रत्येक जिले में गुरूकुल की स्थापना, ईडब्ल्यूएस आरक्षण में हो रही विसंगतियों को दूर करना, ब्राह्मण आरक्षण आंदोलन के समय लगाये गये मुकदमों को वापिस लेना, ब्राह्मण बालिकाओं के लिये छात्रावास की स्थापना सहित अन्य प्रस्ताव इस महासंगम में लिये जायेगें। महासभा ने समाज को एकजूट करने हेतु विभिन्न कार्यक्रम हाथ में ले रखे है। जिसमें सामूहिक विवाह, सामूहिक उपनयन संस्कार, ज्योतिष कर्मकाण्ड शिविर, छात्रवृत्ति देने सहित अनेका अनेक कार्यक्रम महासभा द्वारा किये जा रहे है। जिन्हे प्रत्येक गांव, तहसील तक पहुंचाया जाये। इस पर भी चर्चा होगी। साथ ही पूरे प्रदेश में ब्राह्मणों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व बढे, इडब्ल्यूएस आरक्षण में राजनीतिक आरक्षण भी हो, ये सब विषय भी इस महासंगम में रखे जायेगे साथ ही बीकानेर की 7 विधानसभा क्षेत्र में 3 ब्राह्मणों के लिये टिकट के लिये कांग्रेस और भाजपा से पैरवी की जायेगी। श्रीकोलयत, लूणकरणसर एवं बीकानेर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से पुरज़ोर तरीक़े से माँग रखी जायेगी।
सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्योपत सिंह कायल (राजगुरु) ने बताया कि महासभा ने एक लम्बी लडाई ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिये लड़ी थी। उस समय भी महासभा ने लाखो लाख ब्राह्मणों की आरक्षण रैलियां आयोजित की थी और सभी राजनीतिक पार्टीयों के नेताओं ने उस समय महासभा के मंच पर आकर समर्थन दिया था। इस संदर्भ में आने वाले 3 माह तक पूरे प्रदेश में महासभा के पदाधिकारी छोटे-बढे सम्मेलन गांव, ढाणी स्तर पर करके एक विशेष कार्य योजना बनाकर लोगों को जयपुर महासंगम में आमंत्रित करेंगे ।