’शैक्षणिक उन्नयन व उत्कृष्टता’ संगोष्ठी आयोजित, पच्चीस विषयों के विशेषज्ञ राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कर रहे मंथन
बीकानेर, 17 अगस्त। राजकीय डूंगर महाविद्यालय के आईक्यूएसी- आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन शहर सेल एवं बीआईआरसी - बीकानेर अंत विषय अनुसंधान संघ द्वारा बेस्ट प्रेक्टिस श्रृंखला के तहत 'शैक्षणिक उन्नयन व उत्कृष्टता' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का शुभारंभ गुरुवार को प्रताप सभागार में प्रारंभ हुआ।
इसका शुभारंभ महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित, हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुधि राजीव, राजकीय डूंगर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. नरेन्द्र नाथ ने द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। सेमिनार संयोजक डॉ. दिव्या जोशी ने दो सेमिनार की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक उन्नयन एवं उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में यह राजस्थान का प्रथम सेमीनार है। इसमें 8 सत्रों में दिल्ली, जयपुर, उदयपुर, अजमेर, इंदौर, उदयपुर आदि स्थानों से 150 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
कुलपति प्रो. दीक्षित ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की परिकल्पना, परियोजना, निष्कर्ष, अवधारणा आदि बिन्दुओं को उदाहरणों से समझाया। उन्होंने विद्यार्थी, शिक्षक एवं आवश्यकता पूरक मूल मन्त्रों के नये पर्याय साधने एवं बीज गणित के सिद्धान्तों को लोक, प्रशासन एवं कल्याण के उर्वरक संपदा के रूप में इस्तेमाल करने की उदाहरण सहित बल दिया।
कार्यक्रम के अतिथि प्रो. सुधि राजीव ने भाषा विकास से सर्वागीण विकास की अवधारणा एवं भाषीय विकास के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा किए गए नवाचार तथा करिकुलम डिजाइन के उदाहरण के बारे में बताया। प्राचार्य डॉ. नरेन्द्र नाथ ने स्वागत उद्बोधन दिया। आयोजन सचिव डॉ. हेमेन्द्र सिंह भण्डारी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम में डॉ. राजेन्द्र पुरोहित, डॉ. सत्यनारायण जाटोलिया, डॉ. ब्रजरतन जोशी, डॉ. रवि परिहार, डॉ. उमा राठौड़, डॉ. राजा राम, डॉ. सुरूचि गुप्ता, डॉ. पूनम चारण, डाॅ. निधि शर्मा, डॉ. सुषमा जैन, प्रो. विजय कुमारे ऐरी आदि की भागीदारी रही।
दो हैंडबुक का हुआ विमोचन
अतिथियों ने नैक प्रत्यायन एवं मूल्यांकन प्रक्रिया विषय पर प्रो. नरेन्द्र भोजक एवं प्रो. दिव्या जोशी द्वारा लिखित दो हैंडबुक का विमोचन किया गया। प्रो. भोजक ने बताया कि राजस्थान के विभिन्न कॉलेजों में नैक निरीक्षण के दौरान आने वाली व्यावहरिक परेशानियों को संकलित किया गया है। इस पुस्तक में विभिन्न नियमों, मैट्रिक्स, कूंजी सूचक, बेस्ट प्रेक्टिसेस को सरल भाषा में संकलित किया गया है।
प्रायोगिक विषय तथा भारतीय ज्ञान सिद्धान्त पर आधारित द्वितीय सत्र में दिल्ली पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्य डाॅ. टीआसा साह ने स्कूल तथा काॅलेज शिक्षा की कड़ी पर बल दिया। तीसरे सत्र में संरचना विभेद विषय पर दिल्ली विश्वविद्यालय की डॉ. कनिका सोंलकी, डॉ. आर के पुरोहित, दौसा की डॉ. रचना अग्रवाल प्रो. अनामि भार्गव, डॉ. एस.एन. जाटोलिया ने व्याख्यान दिया। सेमिनार के दूसरे दिन पोस्टर सत्र, पैनल विषय प्रवर्तन सत्र आयोजित होगे एवं बेस्ट पेपर अवार्ड भी दिए जाएंगे। समापन सत्र के मुख्य अतिथि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व चेयरमैन प्रो. पीएस वर्मा होंगे।