बंसी-रत्न वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा शोभा धारीवाल को ‘समाज रत्न’ तथा राष्ट्रीय पुरस्कार-2024 प्रदान, मेधावी विद्यार्थियों का हुआ सम्मान
आदर्श व्यक्तित्वों के सम्मान से नई पीढ़ी को दिशा: आचार्य डाॅ. लोकेश मुनिजी
पुणे। यहां के विश्व विख्यात सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन द्वारा संचालित बंसी-रत्न वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा रतनबाई और बंसीलाल चोरडिया की स्मृति में दिए जाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार वितरित किए गए। एडवोकेट एसके जैन और परिवार को पहला 'बंसी-रत्न आदर्श परिवार राष्ट्रीय पुरस्कार', जबकि आशाबाई और रमनलाल लूंकड़ दंपत्ति को 'बंसी-रत्न आदर्श माता-पिता राष्ट्रीय पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। शोभा धारीवाल को 'समाजरत्न', पोपटलाल ओस्तवाल को 'समाज शिरोमणि', सुभाष लालवानी को 'समाजभूषण', माणिक दुग्गड़ को 'गुरुसेवा' और शेखर मुंदड़ा को 'मानवसेवा' राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया। इन पुरस्कारों का यह सातवां वर्ष है। मान पत्र, सम्मान चिन्ह और एक स्कार्फ के रूप में यह पुरस्कार था। इस अवसर पर जैन समुदाय के 10वीं एवं 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को योग्यता प्रमाण पत्र, स्वर्ण पदक एवं सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
बिबवेवाड़ी स्थित श्री वर्धमान श्वेतांबर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ में आयोजित यह कार्यक्रम आचार्य डॉ. लोकेश मुनिजी की अध्यक्षता में हुआ। प्रसिद्ध उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता विट्ठलशेठ मनियार, पूर्व वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल भूषण गोखले, संगीतकार अबू मलिक, ब्रह्मा कुमारी के बी. के. दशरथ भाई, बंसी-रत्न वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया और उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया, एसोसिएट उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा, डाॅ. किमया गांधी, डिजिटल स्ट्रैटेजिक अडवायझर सिद्धांत चोरडिया, मुख्य परिचालन अधिकारी अक्षित कुशल, निदेशक प्रशांत पितलिया, प्राचार्य अजीत शिंदे उपस्थित थे। इस दौरान विट्ठल मनियार ने कहा कि अपने माता-पिता, समाज को भूले बिना अच्छा काम करने वाले लोगों को सम्मानित करने की सुषमा और संजय चोरडिया की पहल सराहनीय है। वे बोले, बंसीलाल और रत्नाबाई परिवार से मेरा करीबी रिश्ता था। चोरडिया परिवार का शिक्षा और सामाजिक जीवन के क्षेत्र में बहुत योगदान रहा है। इस अवसर पर आचार्य डाॅ. लोकेश मुनिजी ने कहा कि यहां सम्मानित होने वाले प्रत्येक व्यक्ति ने समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यह पुरस्कार उनकी सेवा का सम्मान है। ऐसे आदर्शों का सम्मान कर नई पीढी के निर्माण का काम संजय और सुषमा चोरडिया कर रहे हैं। प्रो डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा, सामाजिक और धार्मिक कार्यों से जिन्होंने हमें बनाया उन माता-पिता की याद में इस पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष से समाज के आदर्श परिवार और गुरु की सेवा करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जा रहा है। माता-पिता द्वारा दिए गए संस्कार, शिक्षा अगली पीढ़ी को सौंपते हुए राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे सके ऐसी पीढ़ी को तैयार करने के लिए सूर्यदत्त हमेशा आगे रहेंगे। समाज रत्न अवार्ड से सम्मानित शोभा धारीवाल ने कहा, हमें आने वाली पीढ़ी को धन के साथ-साथ पेड़ लगाने की संस्कृति भी सिखानी चाहिए। जीवन जीने के लिए धन जरूरी है, लेकिन ऑक्सीजन भी हमारे लिए अधिक महत्वपूर्ण है। समाज के प्रति हमारा कुछ योगदान है, इस भावना के साथ हमें काम करना चाहिए। मैं स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान दे पा रही हूं, इसकी मुझे ख़ुशी है। अनेक वक्ताओं ने भी विचार रखे। मनीषा कर्णावट एवं प्रशांत पितलिया ने संचालन किया। सुषमा चोरडिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। अबू मलिक और साथियों के गायन कार्यक्रम ने दर्शकों का दिल जीत लिया।