कलियुग में सबसे सहज मार्ग भक्ति मार्ग है : शिवेंद्र स्वरूप जी महाराज
बीकानेर। परमार्थ साधक सेवा समिति की ओर से पारीक चौक में चल रही शिव महापुराण कथा के पांचवें दिन व्यास पीठासीन ब्रह्मचारी शिवेंद्र स्वरूप जी महाराज ने श्री शिव महापुराण कथा के आज चौथे दिन कहा कि कलयुग में प्राणी रोग, व्याधी से ग्रसित है और जब तक शरीर ह्रष्टपुष्ट नहीं है तब तक तपस्या संभव नहीं है। इस लिए तप मार्ग भी कठिन है। कलियुग में सबसे सर्व सहज, सरल मार्ग है वो केवल भक्ति मार्ग है। यदि कोई जीव भक्ति मार्ग का आश्रय ले लेता है तो निश्चित रूप से अपने कल्याण को प्राप्त कर लेता है। इससे पहले सुबह आचार्य सुधांशु पारीक, पं. कन्हैयालाल पारीक के आचार्यत्व में यजमान दाऊलाल तिवाड़ी अन्त्योदय नगर परिवार द्वारा रुद्राभिषेक व व्यास पूजन किया गया। कथा में आज के कार्यकर्ता सुनील जोशी, गोपालकृष्ण पारीक, तुलसीदास व्यास, धीरज पारीक, सूरज नारायण, शक्ति पारीक, मंजू पारीक, रेणु तिवाड़ी और नन्हें बच्चो समेत अनेक कार्यकर्ताओं ने सेवाएं प्रदान की।